शिमलाः नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री सहित 5 कांग्रेस विधायकों के निलंबन पर प्रदेश भर में कांग्रेस युवा कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है. शिमला में सोमवार को युवा कांग्रेस और एनएसयूआई ने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन से डीसी ऑफिस तक रैली निकाली. इस दौरान कार्यकर्ताओ ने मुंह व बाजू में काली पट्टी बांधकर धरना प्रदर्शन किया और राज्यपाल को जिलाधीश शिमला के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर निलंबन वापस लेने और डिप्टी स्पीकर पर कार्रवाई करने की मांग की.
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विधानसभा उपाध्यक्ष पर उठाए सवाल
हिमाचल युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निगम भंडारी ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सरकार की विफलताओं को उजागर करने की कोशिश की. विपक्षी दल के विधायकों ने अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए विरोध-प्रदर्शन कर अपनी बात रखनी चाही, तो सरकार ने उसे धक्का मुक्की के माहौल में तबदील कर दिया. संवैधानिक पद पर आसीन विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने अपने पद के उतरदायित्व और गरिमा को नजरअंदाज करते हुए एक बाहुबली की तरह व्यवहार किया.
निलंबन वापस न लेने पर आंदोलन की चेतावनी
कांग्रेस के पांच विधायकों को एक तरफा कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया, लेकिन इस पूरे मामले में संलिप्त रहे विधानसभा के उपाध्यक्ष और बीजपी के अन्य विधायकों पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई. साथ ही सरकार के इशारे पर कांग्रेस के विधायकों पर एफआईआर भी दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है, लेकिन विपक्ष चुप बैठने वाला नहीं है. आने वाले दिनों में यदि निलंबन वापस नहीं लिया जाता है, तो उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा.
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