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Jeevan Pramaan Face App: पेंशनरों को अब जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाने के लिए ऑफिस जाने की जरूरत नहीं, घर बैठे करवाएं जमा

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Published : Jul 27, 2023, 8:28 PM IST

प्रदेश में पेंशनर अब जीवन प्रमाण फेस एप से ऑनलाइन जीवन प्रमाणपत्र जमा करवा सकेंगे. दरअसल, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने गुरुवार को बताया कि पेंशनर अपना प्रमाण पत्र जीवन प्रमाण फेस एप के माध्यम से जमा करवा सकेंगे. पढ़ें पूरी खबर..

Now Pensioners can submit life certificate online
पेंशनर अब ऑनलाइन बना सकेंगे जीवन प्रमाणपत्र

शिमला: पेंशनरों को अब अपनी जीवन प्रमाण पत्र के लिए दफ्तरों में जाने की जरूरत नहीं है. पेंशनर घर बैठे ही ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र जमा करवा सकेंगे. जीवन प्रमाण फेस एपिलिकेशन के माध्यम से पेंशनर अपना प्रमाण पत्र जमा करवा सकेंगे. इसके लिए एप में फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी को शामिल की जाएगी. दरअसल, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा है कि राज्य सरकार के पेंशनभोगियों के लिए जीवन प्रमाण-पत्र जमा करवाने की प्रक्रिया और सरल की गई है. इसके लिए ‘जीवन प्रमाण फेस एप्लिकेशन’ के माध्यम से फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी को शामिल करने का निर्णय लिया है.

मुख्य सचिव ने कहा कि यह नवीनतम प्रयास पेंशनरों को सुलभ सेवाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. पेंशनरों इस तकनीक के उपयोग से घर बैठे अपना जीवन प्रमाण-पत्र जमा कर सकते हैं और उन्हें कार्यालयों में आने और लंबी कतारों में खड़े होने की आवश्यकता नहीं रहेगी. यह प्रक्रिया अत्यधिक सुरक्षा भी सुनिश्चित करती है. इस पहल के तहत राज्य सरकार के पेंशनधारक अब आसानी से अपने चेहरे को बायोमेट्रिक रूप से सत्यापित कर सकते हैं और अपने एंड्राइड डिवाइस से बिना किसी परेशानी के अपना जीवन प्रमाण-पत्र कोष विभाग के पास जमा करवा सकते हैं.

ऐसे जमा होगा ऑनलाइन प्रमाण पत्र:

  • पेंशन धारकों को अपने एंड्राइड डिवाइस पर गूगल प्ले स्टोर से ‘जीवन प्रमाण फेस ऐप’ और ‘आधार फेस आरडी ऐप’ इंस्टाल करना होगा.
  • ऐप इंस्टाल करने के बाद सत्यापित करने के लिए पेंशनर को जीवन प्रमाण फेस ऐप में अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर डालना होगा.
  • इसमें आधार से जुड़ा मोबाइल डालने की अनिवार्यता नहीं है और पेंशनधारक कोई भी मोबाइल नंबर डाल सकता है.
  • सबमिट बटन पर क्लिक करने के उपरान्त मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा और उसे ऐप में दर्ज करना होगा.
  • इसके बाद आधार में पूरा नाम, पेंशनभोगी का प्रकार, मंजूरी देने वाला प्राधिकरण (राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश), संवितरण एजेंसी (हिमाचल प्रदेश राज्य कोष), ट्रेजरी/उप ट्रेजरी (हिमाचल प्रदेश राज्य कोष) इत्यादि विवरण डालकर ऑनलाइन प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा सकेगा.
  • ऐप पर यह जानकारियां भरने पर पेंशनभोगी के चेहरे को स्कैन करने और पलकें-आंखें झपकाने का संदेश आएगा.
  • एक बार पिक्चर सफलतापूर्वक कैप्चर हो जाने पर, प्रमाण आईडी जेनरेट हो जाएगी और मोबाइल नंबर पर SMS भी आएगा. यह प्रमाण पत्र स्वतः ही प्रदेश के ई-पेंशन पर आएगा जिसकी पुष्टि ई-पेंशन के माध्यम से एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी.
    ट्रेजरी विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस पहल से पेंशनभोगियों की सुविधा बढ़ाने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होती है और आम आदमी को बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए तकनीकी प्रगति का एक बेहतर उदाहरण है.

ये भी पढ़ें: Old Pension: छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन लागू होने के बाद भी नाखुश हैं पेंशनर, जानिए इसके पीछे की असल वजह

शिमला: पेंशनरों को अब अपनी जीवन प्रमाण पत्र के लिए दफ्तरों में जाने की जरूरत नहीं है. पेंशनर घर बैठे ही ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र जमा करवा सकेंगे. जीवन प्रमाण फेस एपिलिकेशन के माध्यम से पेंशनर अपना प्रमाण पत्र जमा करवा सकेंगे. इसके लिए एप में फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी को शामिल की जाएगी. दरअसल, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा है कि राज्य सरकार के पेंशनभोगियों के लिए जीवन प्रमाण-पत्र जमा करवाने की प्रक्रिया और सरल की गई है. इसके लिए ‘जीवन प्रमाण फेस एप्लिकेशन’ के माध्यम से फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी को शामिल करने का निर्णय लिया है.

मुख्य सचिव ने कहा कि यह नवीनतम प्रयास पेंशनरों को सुलभ सेवाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. पेंशनरों इस तकनीक के उपयोग से घर बैठे अपना जीवन प्रमाण-पत्र जमा कर सकते हैं और उन्हें कार्यालयों में आने और लंबी कतारों में खड़े होने की आवश्यकता नहीं रहेगी. यह प्रक्रिया अत्यधिक सुरक्षा भी सुनिश्चित करती है. इस पहल के तहत राज्य सरकार के पेंशनधारक अब आसानी से अपने चेहरे को बायोमेट्रिक रूप से सत्यापित कर सकते हैं और अपने एंड्राइड डिवाइस से बिना किसी परेशानी के अपना जीवन प्रमाण-पत्र कोष विभाग के पास जमा करवा सकते हैं.

ऐसे जमा होगा ऑनलाइन प्रमाण पत्र:

  • पेंशन धारकों को अपने एंड्राइड डिवाइस पर गूगल प्ले स्टोर से ‘जीवन प्रमाण फेस ऐप’ और ‘आधार फेस आरडी ऐप’ इंस्टाल करना होगा.
  • ऐप इंस्टाल करने के बाद सत्यापित करने के लिए पेंशनर को जीवन प्रमाण फेस ऐप में अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर डालना होगा.
  • इसमें आधार से जुड़ा मोबाइल डालने की अनिवार्यता नहीं है और पेंशनधारक कोई भी मोबाइल नंबर डाल सकता है.
  • सबमिट बटन पर क्लिक करने के उपरान्त मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा और उसे ऐप में दर्ज करना होगा.
  • इसके बाद आधार में पूरा नाम, पेंशनभोगी का प्रकार, मंजूरी देने वाला प्राधिकरण (राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश), संवितरण एजेंसी (हिमाचल प्रदेश राज्य कोष), ट्रेजरी/उप ट्रेजरी (हिमाचल प्रदेश राज्य कोष) इत्यादि विवरण डालकर ऑनलाइन प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा सकेगा.
  • ऐप पर यह जानकारियां भरने पर पेंशनभोगी के चेहरे को स्कैन करने और पलकें-आंखें झपकाने का संदेश आएगा.
  • एक बार पिक्चर सफलतापूर्वक कैप्चर हो जाने पर, प्रमाण आईडी जेनरेट हो जाएगी और मोबाइल नंबर पर SMS भी आएगा. यह प्रमाण पत्र स्वतः ही प्रदेश के ई-पेंशन पर आएगा जिसकी पुष्टि ई-पेंशन के माध्यम से एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी.
    ट्रेजरी विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस पहल से पेंशनभोगियों की सुविधा बढ़ाने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होती है और आम आदमी को बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए तकनीकी प्रगति का एक बेहतर उदाहरण है.

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