शिमला: हिमाचल (Himachal Pradesh Election) में जहां एक ओर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. वहीं, दूसरी तरफ प्रत्याशियों के नामांकन के लिए अब एक दिन ही बचा (Himachal Assembly Election 2022) है. 25 अक्टूबर को नामांकन का आखिरी दिन है. जबकि 25 अक्टूबर को ही सूर्य ग्रहण भी है. ऐसे में नामांकन के दौरान उम्मीदवार शुभ मुहूर्त का पूरा ध्यान रखते हैं. कई नेता तो नामांकन से पहले ईश्वर के दरबार में मत्था भी टेकते हैं. अगर मंगलवार को ग्रहण है तो देखने वाली बात यह होगी कि प्रत्याशी नामांकन करते हैं या नहीं. अगर ग्रहण में नामांकन करने से परहेज करते हैं तो इसका मतलब यह है कि उम्मीदवारों के पास नॉमिनेशन करने के लिए सिर्फ शुक्रवार और शनिवार का दिन ही बचेगा.
ग्रहण में नामांकन करेंगे प्रत्याशी!: खुद सीएम जयराम ठाकुर ने 19 अक्टूबर को नामांकन करने से पहले अपने कुल देवी और देवताओं का आशीर्वाद लिया. इससे समझा जा सकता है कि राजनेताओं के लिए शुभ काम के लिए मुहूर्त कितना अहम होता है. पक्ष हो या विपक्ष हर काम के पहले समय और योग जरूर देखते हैं. कुल मिलाकर देखें तो भले ही नामांकन की आखिरी तिथि 25 अक्टूबर है लेकिन ज्यादातक प्रत्याशी शनिवार यानी कि 22 अक्टूबर तक नॉमिनेशन कर सकते हैं.
चमकेगी तीन राशियों की किस्मत : भारत में 25 अक्टूबर को इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण होगा और इस सूर्य ग्रहण से जहां 3 राशियों की किस्मत चमकेगी तो वहीं बाकी राशियों को इसका नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. वहीं 3 राशियों को इस सूर्यग्रहण के अच्छे फल मिलेंगे. ऐसे में भगवान के जाप व दान से लोग अपनी सोयी हुई किस्मत को जगा सकते हैं.
सूर्य ग्रहण का समय: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि यानी 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. इस कारण दीपावली एक दिन पहले 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 28 मिनट से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 33 मिनट तक रहेगा, लेकिन देश में यह शाम 4 बजकर 42 मिनट से शाम 5 बजकर 22 मिनट तक ही रहेगा. इसका सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू हो जाएगा. ऐसे में 24 अक्टूबर की रात के बाद 25 अक्टूबर को तड़के 4 बजकर 42 मिनट तक ही अमावस्या पूजन किया जा सकेगा.
भूल कर भी ना करें ये काम: शास्त्रों के अनुसार सूतक काल और ग्रहण काल में बालक, वृद्ध और रोगी को छोड़कर अन्य को भोजन नहीं करना चाहिए. इस दौरान मंदिरों के पट भी बंद रहेंगे, लेकिन भक्तगण ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ या भगवान सूर्य के मंत्र का 108 बार जाप कर सकते हैं. ग्रहण काल में गर्भवतियां अपने पास कुश और गंगा जल रखें. साफ कुश को पके हुए भोजन में डालें. इसके अलावा ग्रहण काल में लाल कपड़ा, तांबे का पात्र, गुड़, मसूर की दाल, गेंहू, लाल फल दान करना चाहिए.
25 अक्टूबर को होने वाला सूर्य ग्रहण भले ही भारत में आंशिक रूप से दिखेगा लेकिन इसका असर वातावरण और आम लोगों पर भी पड़ेगा. इसलिए सूतक काल और ग्रहण के समय सावधानियां रखनी होगी. सूतक काल और ग्रहण के दौरान मंदिर और घरों के पूजा स्थल बंद रखें. लोग मूर्तियों को न छूएं और खान-पान से परहेज रखें. घर में बूढ़े, बच्चे और बीमार ग्रहण से तीन घंटे पहले खाना खा लें. ग्रहण अवधि में मंत्र जाप ध्यान और कीर्तन करें. ग्रहण के समय दान देना चाहिए. ग्रहण खत्म होने के बाद पूजा स्थल और पूरे घर में गंगाजल छिड़ककर शुद्धि करें. इस दौरान पवित्र नदियों में स्नान करने की भी परंपरा है.
9 राशियों पर प्रतिकूल प्रभाव: यम पंचक 22 अक्टूबर की शाम 4:32 बजे से 27 अक्टूबर दोपहर 2:12 बजे तक रहेगा. शास्त्रों में यम पंचक के दौरान मथुरा-वृंदावन में दीपदान का विधान करने को कहा गया है. ऐसे में जो लोग मथुरा-वृंदावन न जा पाएं, वे घर पर ही पूजन कर सकते हैं. इस ग्रहण काल में शुभफल कर्क, सिंह, धनु, राशि को मिलेगा. वहीं बाकी राशियों को इस सूर्यग्रहण के अच्छे लाभ नही मिलेंगे.
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