किन्नौर: प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं, जनजातीय जिला किन्नौर में अब तक कोरोना का एक भी मरीज नहीं पाया गया है. इसके चलते जिला प्रशासन ने किन्नौर में लॉकडाउन में काफी रियायतें भी दी है. वहीं, अब किन्नौर में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा भी बना हुआ है.
इस बारे में जिला कांग्रेस प्रवक्ता सूर्या बोरस ने कहा कि किन्नौर में आए दिन प्रशासन लॉकडाउन में रियायतें दे रहा है, लेकिन बाजारों में भीड़ को नियंत्रित करने वाला कोई नहीं है. इसके चलते किन्नौर के सभी छोटे बड़े बाजारों में लोग अपने काम व खरीदारी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
सूर्या बोरस ने कहा कि किन्नौर में पूर्ण लॉकडाउन व कर्फ्यू के दौरान प्रशासन की ओर से जिला लोकसंपर्क विभाग व स्वास्थ्य विभाग अपने वाहनों में स्पीकर लगाकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूक कर रहा था, जबकि उस दौरान बाजार पूरी तरह खाली होता था. वहीं, आज बाजारों में भीड़ बढ़ने के बाद लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूक करने की ज्यादा जरूरत है. हालांकि, पुलिस भी मौके पर मौजूद होती है, लेकिन भीड़ पर नियंत्रण करना मुश्किल साबित हो रहा है.
ऐसे में गाड़ियों में स्पीकर से एनाउंसमेंट कर सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में लोगों को जागरूक करना सबसे अच्छा माध्यम है. इससे लोगों को दूर दूर तक सुनाई भी देता है. उन्होंने कहा कि इन दिनों प्रदेश के साथ किन्नौर में भी बाहर से आए लोगों ने प्रवेश किया है. ऐसे में प्रशासन को बाजारों, सार्वजनिक स्थलों व ग्रामीण क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व स्वच्छता पर लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए.
बता दें कि किन्नौर में संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान जिला लोकसंपर्क विभाग अपने वाहन में स्पीकर लगाकर लोगों को जागरूक कर रहा था. वहीं, अब बाहरी क्षेत्रों से लोगों के आने के बाद लॉकडाउन में रियायतों के चलते बाजारों में भीड़ बढ़ गयी है. इसके चलते जिला में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
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