शिमला: राजधानी शिमला के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में मरीजों को नई सीटी स्कैन मशीन की सुविधा मिलना शुरू हो गया है. अस्पताल के ट्रामा सेंटर में नई सीटी स्कैन मशीन को स्थापित किया गया है. यह मशीन पूरी तरह से आधुनिक है. अब सुविधा शुरू होने से मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. बता दें कि आईजीएमसी में रोजाना हजारों की संख्या में मरीज अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं. अस्पताल में अभी रोजाना 50 से ज्यादा मरीजों के सीटी स्कैन होते हैं. इससे पहले अस्पताल में आने वाले कई मरीजों को सीटी स्कैन करवाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था.
दरअसल, पहले अस्पताल में सिर्फ एक ही सीटी स्कैन मशीन थी. ऐसे में मरीजों को मजबूरन पांच हजारर रुपये चुकाकर निजी लैब में सीटी स्कैन करवाना पड़ता था. अस्पताल में पहले से लगी सीटी स्कैन मशीन कई बार खराब हो चुकी है. क्योंकि यह बहुत पुरानी हो चुकी है, ऐसे में इसपर भार पड़ने से यह बार-बार खराब हो जाती है, लेकिन अब मरीजों को नई सीटी स्कैन मशीन की सुविधा मिलना शुरू हो गया है. इससे उन्हें अब निजी लैब के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. अगर एक मशीन खराब हो भी आएगी तो दूसरी मशीन से लोगों के सीटी स्कैन हो पाएगा.
नई सीटी स्कैन में लगी हैं 128 स्लाइड: नई सीटी स्कैन मशीन की खासियत यह है कि इसमें 128 स्लाइड लगी हैं. लगभग 5 करोड़ की लागत से 128 स्लाइड की सीटी स्कैन मशीन काफी एडवांस है. इसकी स्पीड भी बहुत तेज है. ऐसे में पहले जितने समय में एक मरीज़ का टेस्ट होता था मशीन लगने से उतने ही समय में अब 3 से 4 मरीजों की जांच आसानी से हो पा रही है. इसकी क्वालिटी काफी अच्छी है. इसमें एक साथ कई फोटो आ रही है, जिसमें डॉक्टर आसानी से बीमारी का पता लगा पा रहे हैं.
'अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए नई सिटी स्कैन मशीन को शुरू कर दिया गया है. अब अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को सीटी स्कैन करवाने के लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.' :- डॉ. राहुल राव, एमएस, आईजीएमसी
64 स्लाइड की है पुरानी मशीन: अस्पताल में हो पुरानी सीटी स्कैन मशीन है वह 64 स्लाइड की है. इसपर रोज़ाना 50 लोगों के सीटी स्कैन करवाए जाते हैं.