शिमलाः राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की टीम चार दिवसीय दौरे पर हिमाचल पहुंची है. आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष महनहार वाल्जी भाई जाला तीन सदस्यीय टीम के साथ नगर निगम शहरी निकायों में सफाई कर्मचारियों की समस्याएं सुनेंगे.
13 जून को आयोग की टीम मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे. सोमवार को आयोग ने नगर निगम शिमला के सफाई कर्मियों के साथ बैठक की. जिसमे सफाई कर्मियों ने आयोग से ठेकेदारी प्रथा को समाप्त कर सीधे नियमित रूप से रखने की मांग की और नगर निगम में खाली चल रहे 179 पदों को जल्द भरने की गुहार लगाई.
कर्मियों ने कहा कि निगम में सफाई कर्मी सेवानिवृत्त तो हो रहे हैं, लेकिन उसके साथ नई भर्ती नहीं की रही है. जिसके चलते शहर में सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में दिक्कत आती रही है. कर्मियों ने आयोग से ठेकेदारों पर सफाई कर्मियों के शोषण करने के आरोप लगते हुए कहा कि सरकार ठेकेदार को आठ हजार देती है और ठेकेदार सफाई कर्मी को 6000 रुपए ही दे रही है और न ही कोई स्वास्थ्य सुविधा दी जा रही है.
इसके अलावा सैहब सुसाईटी के कर्मियों ने 15000 वेतन देने की मांग की. नगर निगम सफाई मजदूर यूनियन के महासचिव बलबीर सिंह ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष के समक्ष सफाई कर्मियों की समस्याओं को रखा गया है और खाली पदों को जल्द भरने की मांग की गई है.
इसके अलावा आवास और मेडिकल बिल के साथ सफाई कर्मियों की समस्याओं से आयोग को अवगत करवाया गया. राष्टीय सफाई आयोग के अध्यक्ष मेहनहार वाल्जी भाई जाला ने अधिकारियों को सफाई कर्मियों को पूरा वेतन सहित अन्य सुविधा देने के निर्देश दिए.
अध्यक्ष ने कहा कि सफाई कर्मियों की समस्याओं को सुनने के लिए वे हिमाचल दौरे पर आए हैं. शिमला नगर निगम के सफाई कर्मियों के साथ बैठक में कई कर्मियों ने अपनी समस्याओं को बताया है, जिसमे खाली पदों को भरने, ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने की माग रखी गई है.
12 जून को लगाया जाएगा जागरूक कैम्प
सफाई कर्मियों को जागरूक करने के लिए शिमला में 12 जून को जागरूकता केम्प लगाया जाएगा. कैम्प में स्वास्थ्य की जांच और सफाई कर्मियों के अधिकारों के बारे में जहां जानकारी दी जाएगी वहीं, केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से भी सफाई कर्मियों को अवगत करवाया जाएगा. इस केम्प में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.