शिमला: नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के छात्र बीते दस दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का कहना है विश्वविद्यालय कुलपति के लिखित में आश्वासन देने पर ही छात्र अपने आंदोलन को खत्म करेंगे.
लॉ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने शिमला में प्रेस वार्ता के दौरान यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर कई आरोप लगाए. कॉलेज छात्रों का कहना है कि वह यूनिवर्सिटी में अपनी छोटी-छोटी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. छात्रों को आरोप है कि उन्हें संस्थान में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही. यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों के लिए किए जा रहे फैसलों पर किसी तरीके की पारदर्शिता नहीं अपना रहा है.
लॉ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कहा कि 2016 में बनी इस यूनिवर्सिटी में उन्हें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. छात्रों से हर साल ढाई लाख से ज्यादा की फीस वसूली जा रही है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें घटिया खाना परोसा जा रहा है. हालात यह है कि हॉस्टलों में पीने के लिए साफ पानी भी उपलब्ध नहीं है.
छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट बॉडी का गठन किया जाए, लेकिन इस मांग को भी प्रशासन मानने को तैयार नहीं है. छात्रों की मांग है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों की समस्या का समाधान करे और छात्रों की मांगों पर जल्द से जल्द संज्ञान ले.
लॉ यूनिवर्सिटी के छात्रों का आरोप है कि कैंपस में स्पोटर्स एक्टिविटी के लिए कोई खेल मैदान भी नहीं है. वहीं प्रशासन दावा कर रहा है कि यूनिवर्सिटी के भीतर सबकुछ ठीक है. अब छात्रों की मांग है कि यूनिवर्सिटी कुलपति उनकी मांगों को लेकर लिखित में आश्वासन दे, जिसके बाद ही छात्रों का आंदोलन समाप्त होगा.