शिमला: जिला में एक मार्च से शुरू हो रहे हैं स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर निगम में प्लान तैयार कर दिया है. राजधानी शिमला में जहां स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया जाएगा. वहीं, लोगों का सहयोग भी नगर निगम लेने जा रहा है. सर्वेक्षण में लोगों का फीडबैक काफी मायने रखता है, जिसको देखते हुए नगर निगम ने लोगों से इस सर्वेक्षण में हिस्सा लेने ओर लोगों से शहर को स्वच्छ रखने में सहयोग मांगा है.
नगर निगम शिमला द्वारा 25 जनवरी तक स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत शहर भर में सफाई अभियान शुरू किए जाएंगे. इसके अलावा नगर निगम सूखा और गीला कूड़ा लोगों से अलग देने का आह्वान भी किया है.
नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने दी जानकारी
नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 एक मार्च से शुरू हो रहा है. इसको लेकर नगर निगम ने अपनी तैयारी पूरी कर दी है और शहर में सभी वार्डों में स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सफाई अभियान के साथ ही लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया जाएगा.
सूखा कूड़ा अलग रखने और गार्बेज कलेक्टर को अलग कूड़ा देने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शहर को स्वच्छ रखने के लिए डंपर फ्री किया गया है और स्मार्ट सिटी के तहत दो स्वीपिंग मशीन भी खरीदी गई है, जोकि शहर को साफ रखने में काफी फायदेमंद साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि इस बार शिमला शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छे अंक मिले इसके लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे.
देश के 42 शहरों के साथ होगा मुकाबला
स्वस्थ सर्वेक्षण 2021 में देश के 4200 शहरों के साथ शिमला का मुकाबला होगा. यह सर्वेक्षण इस बार 31 मार्च तक चलेगा इस बीच केंद्रीय टीमें शहर की स्वच्छता की जांच पड़ताल करने के लिए शिमला आएगी. ऐसे में नगर निगम इस बार टॉप 50 शहरों की सूची में आने के लिए कड़ी मेहनत में जुट गया है. 6000 अंकों से स्वच्छता रैंकिंग तय की जाएगी. ऐसे में नगर निगम प्रशासन की सफाई व्यवस्था को लेकर गंभीर हो गया है.
इसके तहत मिलेंगे अंक
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में चार प्रमुख घटकों के तहत सर्वे होगा, इसमें शिमला की रैंकिंग छे हजार अंको से की जाएगी. इसमें सर्विस लेवल के 2400 अंक मिलेंगे. जिसमें गरवेज कलेक्शन, कूड़ा का निष्पादन, सेग्रीगेशन शामिल है. इसके अलावा डायरेक्ट ऑब्जरवेशन सिटीजन फीडबैक स्वच्छता ऐप इत्यादि शामिल है और गारबेज फ्री सिटी के आधार पर स्वच्छता सर्वेक्षण होगा. जिसके आधार पर रैंकिंग तह की जाएगी. बीते वर्ष की बात करे तो शिमला का स्वछता रैंकिंग में 63 स्थान था.
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