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सीएम सुक्खू से मिले मेयर और डिप्टी Mayor, सूखे पेड़ों को काटने की शक्तियां नगर निगम देने का किया आग्रह - महापौर सुरेंद्र चौहान

शिमला नगर निगम के नवनिर्वाचित मेयर और डिप्टी मेयर आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने पहुंचे. इस दौरान सीएम का उन्होंने धन्यवाद दिया. सीएम सुक्खू ने भी दोनों को शुभकामनाएं दीं. पढ़ें पूरी खबर...

Shimla Municipal Corporation
सीएम से मिले मेयर और डिप्टी मेयर
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Published : May 19, 2023, 6:35 PM IST

शिमला नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर सुरेंद्र चौहान का बयान

शिमला: शिमला नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर सुरेंद्र चौहान और उपमहापौर उमा कौशल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से सचिवालय मुलाकात की. इस दौरान उप महापौर के कार्यालय का मामला भी मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया गया और उप महापौर को टाउन हॉल में ही कमरा देने का आग्रह किया गया. जिस पर मुख्यमंत्री ने जल्द आदेश जारी करने के आश्वासन दिए. इसके अलावा शिमला शहर में सूखे पेड़ों को काटने की शक्तियां नगर निगम को देने पर और शहर के अन्य मुद्दों को लेकर भी मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है.

उप महापौर को टाउन हॉल में ही कमरा देने का किया आग्रह: दरअसल, नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि आज मुख्यमंत्री से वे मिले हैं और उप महापौर को टाउन हॉल में ही कमरा देने का आग्रह किया. जिस पर मुख्यमंत्री ने जल्द निर्देश जारी करने की बात कही है. इसके अलावा महापौर सुरेंद्र चौहान द्वारा मुख्यमंत्री से शिमला शहर में सूखे पेड़ों को काटने की शक्तियां नगर निगम को देने का आग्रह किया गया. बता दें शिमला शहर में सूखे पेड़ काफी ज्यादा है और ये पेड़ लोगों के घरों के लिए खतरा भी बने हुए हैं. इन पेड़ों को काटने के लिए सरकार की अनुमति लेनी पड़ती है. हालांकि नगर निगम में इसको लेकर ट्री कमेटी बनाई गई है, लेकिन पेड़ों को काटने की अनुमति सरकार द्वारा बनाई सब कमेटी देती है. ऐसे में अनुमति मिलने में ही काफी समय लग जाता है. यही नहीं मुख्यमंत्री से जंगलों में सूखे पड़े को भी जल्द कटवाने का आग्रह किया है.

पेड़ों को काटने की शक्तियां नगर निगम को देने का आग्रह: नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि जगलों में पेड़ गिर जाते हैं और उन्हें समय रहते नहीं हटाया जाता है. जिससे लकड़ियां सड़ जाती हैं. जिससे सरकार को भी काफी नुकसान होता है. ऐसे में इन्हें जल्द काटने का आग्रह किया गया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी सभी मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया है. वहीं, डिप्टी मेयर को टाउन हॉल में कमरा नहीं दिया गया है और शिमला के सब्जी मंडी में कार्यालय दिया गया है. जिस पर डिप्टी मेयर ने कार्यालय ज्वाइन नहीं किया है. जिस पर अब मुख्यमंत्री ने डिप्टी मेयर को टाउन हॉल में भी कार्यालय देने का आश्वासन दिया है.

ये भी पढ़ें: कौन होगा शिमला का मेयर, उप महापौर को लेकर भी कांग्रेस में दावेदारों की होड़!

शिमला नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर सुरेंद्र चौहान का बयान

शिमला: शिमला नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर सुरेंद्र चौहान और उपमहापौर उमा कौशल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से सचिवालय मुलाकात की. इस दौरान उप महापौर के कार्यालय का मामला भी मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया गया और उप महापौर को टाउन हॉल में ही कमरा देने का आग्रह किया गया. जिस पर मुख्यमंत्री ने जल्द आदेश जारी करने के आश्वासन दिए. इसके अलावा शिमला शहर में सूखे पेड़ों को काटने की शक्तियां नगर निगम को देने पर और शहर के अन्य मुद्दों को लेकर भी मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है.

उप महापौर को टाउन हॉल में ही कमरा देने का किया आग्रह: दरअसल, नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि आज मुख्यमंत्री से वे मिले हैं और उप महापौर को टाउन हॉल में ही कमरा देने का आग्रह किया. जिस पर मुख्यमंत्री ने जल्द निर्देश जारी करने की बात कही है. इसके अलावा महापौर सुरेंद्र चौहान द्वारा मुख्यमंत्री से शिमला शहर में सूखे पेड़ों को काटने की शक्तियां नगर निगम को देने का आग्रह किया गया. बता दें शिमला शहर में सूखे पेड़ काफी ज्यादा है और ये पेड़ लोगों के घरों के लिए खतरा भी बने हुए हैं. इन पेड़ों को काटने के लिए सरकार की अनुमति लेनी पड़ती है. हालांकि नगर निगम में इसको लेकर ट्री कमेटी बनाई गई है, लेकिन पेड़ों को काटने की अनुमति सरकार द्वारा बनाई सब कमेटी देती है. ऐसे में अनुमति मिलने में ही काफी समय लग जाता है. यही नहीं मुख्यमंत्री से जंगलों में सूखे पड़े को भी जल्द कटवाने का आग्रह किया है.

पेड़ों को काटने की शक्तियां नगर निगम को देने का आग्रह: नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि जगलों में पेड़ गिर जाते हैं और उन्हें समय रहते नहीं हटाया जाता है. जिससे लकड़ियां सड़ जाती हैं. जिससे सरकार को भी काफी नुकसान होता है. ऐसे में इन्हें जल्द काटने का आग्रह किया गया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी सभी मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया है. वहीं, डिप्टी मेयर को टाउन हॉल में कमरा नहीं दिया गया है और शिमला के सब्जी मंडी में कार्यालय दिया गया है. जिस पर डिप्टी मेयर ने कार्यालय ज्वाइन नहीं किया है. जिस पर अब मुख्यमंत्री ने डिप्टी मेयर को टाउन हॉल में भी कार्यालय देने का आश्वासन दिया है.

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