शिमला: कोरोना को लेकर हिमाचल में सियासी पारा भी गरमाने लगा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और बीजेपी अध्यक्ष राजीव बिंदल ने नेता प्रतिपक्ष पर कोरोना को लेकर राजनीति के आरोप लगाए. वहीं नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री जयराम को राजधर्म निभाने और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को विपक्ष के बजाय सरकार को नसीहत देने की बात कही है.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस को किसी से प्रमाण लेने की जरूरत नहीं है. सरकार और बीजेपी बाहर से लोगों को लाने का श्रेय लेने के लिए विपक्ष पर जुबानी हमला कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को इस कोरोना के समय मे लोगों को बाहर से लाने और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने को लेकर चिंतन करना चाहिए.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अब जब लोग सरकार पर भड़क रहे हैं. इस पर मुख्यमंत्री विपक्ष को नसीहत दे रहे हैं, जबकि विपक्ष ने मुख्यमंत्री को राजधर्म निभाने की याद दिलाई और इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को गुस्सा आ गया है.
मुकेश अग्निहोत्री ने सीएम जयराम से आग्रह करते हुए कहा कि खामोश रह कर राजनीतिक गोटियां फिट करने की कोशिश न करें. कई राज्यों ने बहुत पहले ही अपने लोगों और छात्रों को घर वापिस लाया गया, लेकिन हिमाचल सरकार तमाशा देखती रही. उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार बाहरी राज्यों से लोगों को लाने को लेकर आवाज उठाती रही, लेकिन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते हम हमेशा आवाज उठाते रहेंगे. जहा भी खामियां नजर आएगी, उसे उजागर करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था और लोगों को लाने के लिए मुख्यमंत्री को लगातार पत्र लिखते रहे. साथ ही कर्मचारियों के वेतन और भत्ते न काटने को कहा गया, लेकिन मुख्यमंत्री इसे राजनीति समझते हैं, तो राजनीति ही समझें.
मुकेश अग्निहोत्री ने बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को भी चेताते हुए कहा कि वे विपक्ष के बजाय सरकार को नसीहत दें और प्रदेश में कोरोना को लेकर व्यवस्थाओं को सही करें. मुख्यमंत्री को भी राजीव बिंदल ही भड़काने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को किसी प्रमाण की जरूरत नहीं है. सरकार विपक्ष से लड़ने के बजाय अपनी व्यवस्था को सुधारने की ओर ध्यान दें.
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