शिमला: मजदूरों को राशन दिलवाने को लेकर धरने पर बैठे सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा के साथ अधिकारी द्वारा की गई बदतमीजी पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने अधिकारियों को डिक्टेटरशिप के साथ काम न करने की नसीहत दी है
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कोरोना के इस सकंट में विधायकों के अधिकार खत्म नहीं किये गए हैं. विधायक लोकतांत्रिक तरीके से चुन कर आए है, उन्हें अपनी बात रखने का अधिकार है और अधिकारियों को ये बात समझ लेनी चाहिए. ये स्थिति कुछ दिन में निकल जायेगी, लेकिन किसी भी स्तर के अधिकारी का डिक्टेटर बन के काम नही होगा. अधिकारियों को सब का काम करना होगा.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा सरकार को देखना चाहिए कि इस संकट की घड़ी में जो बाहर लोग फंसे है उन्हें कैसे वापिस लाया जाए और जरूरतमंदों को राशन मुहैया करवाना चाहिए. इसके अलावा किसानों-बागवानों को भी अपना काम करने की छूट दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि बागवानों को बगीचों में जाने से रोका जा रहा है ऐसे में वे अपना काम तक नही कर पा रहे हैं.
मुकेश ने कहा कि सरकार ने पूरे प्रदेश में किन लोगों को कर्फ्यू पास दिए हैं, उसकी जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए. प्रदेश में कितने लोग परमिट के लिए आवदेन कर रहे हैं और किस आधार पर परमिट जारी किए जा रहे हैं. कही राजनीतिक चश्मे से तो पास जारी तो नही किये जा रहे ये भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
मुकेश ने कहा कि किसानो ओर बागवानों को अपने बगीचों ओर खेतो में काम करने की छूट दी गई है, लेकिन इसके बावजूद बागवानों को बगीचों में जाने से रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि अधिकारी शालीनता से सभी वर्गों की समस्याओं का समाधान करे न कि डिक्टेटर बन कर.
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