शिमला: विधानसभा में भी एक विधायक कोरोना संक्रमित पाया गया है. वहीं, विपक्ष ने सरकार को विधानसभा में पुख्ता इंतजाम करने की नसीहत दी है और विधानसभा को बंद करने की कोशिश न करने की चेतावनी दी है. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सत्र दस दिन तक ही चलेगा और सरकार का कच्चा चिट्ठा प्रदेश की जनता के सामने रखा जाएगा. सदन में सभी विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं को उठाया जाएगा.
उन्होंने कहा प्रदेश में इस संकट के समय सरकार का होना दुर्भाग्यपूर्ण है. अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में माफिया राज चल रहा है, गोलियां चल रही हैं सरकार तानाशाह होकर काम कर रही है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कोविड ने इन्हें कुछ भी करने का लाइसेंस दे रखा है. सरकार की नाकामियों को सदन के जरिए ही जनता के सामने रखा जा सकता है, इसलिए सत्र का चलना जरूरी है.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार कोरोना को लेकर सावधानी बरतें और बाहर ही सब की स्क्रीनिंग करे, लेकिन कोरोना की आड़ में सरकार अगर सत्र को स्थगित करने की साजिश कर रही है तो उसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा.
मुकेश ने कहा कि छह महीने में प्रदेश सरकार ने जनता को खून के आंसू रुलाया है और आपातकाल जैसी स्थिति बनाई हुई है. शुरुआत प्रदेश में बहुत कम कोरोना के मामले थे, लेकिन बीजेपी नेताओं और मंत्रियों ने प्रदेश भर में कोरोना फैलाने का काम किया है.
बता दें कि विधानसभा में आने वाले सभी कर्मियों, अधिकारियों, मंत्रियों और विधायकों के टेम्परेचर की जांच के बाद ही उन्हें सदन में प्रवेश दिया जा रहा है, लेकिन सोमवार को एक विधायक कोरोना संक्रमित पाया गया था, जिसके बाद मंगलवार को जांच के लिए अलग से टीम विधानसभा में तैनात की गई है.