शिमला: ठीक ऐसे समय में जब कोरोना की दूसरी लहर आई है, उसी समय शादियों का भी शुभ मुहूर्त है. प्रदेश में एक महीने में पांच हजार से अधिक शादियों का आयोजन होना है. अप्रैल की 22 तारीख से मई की 22 तारीख के बीच 9300 के करीब विभिन्न आयोजन की अनुमति के लिए जिला प्रशासन के पास आवेदन आए हैं. इनमें से अधिकांश आवेदन शादियों के हैं.
शादी समारोह में 50 लोगों को ही आने की परमिशन
प्रदेश के सभी जिलों के डीसी के पास आए आवेदनों को देखें तो शादियों के लिए कुल 5225 आवेदन हैं. कांगड़ा और मंडी से सबसे अधिक आवेदन हैं. कांगड़ा जिला में 1488 और मंडी जिला में 1154 आवेदन आए हैं. हालांकि पहले सरकार ने शादियों के लिए 200 लोगों के शामिल होने की अनुमति थी, लेकिन हालिया फैसले में अब संख्या 50 कर दी गई है. यानी शादियों में अब पचास ही मेहमान शामिल हो पाएंगे. पहले भी ये पाया गया था कि सामाजिक आयोजनों के बाद कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े थे. ऐसे में अब जिला प्रशासन की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. कारण ये है कि आयोजनों की मॉनिटरिंग करना कठिन काम है.
नियमों की अवहेलना पर होगी कार्रवाई
हिमाचल में ऑनलाइन अनुमति के लिए 9300 आवेदन आए थे. उनमें से घरेलू समारोहों और धार्मिक समारोहों की अनुमति फिलहाल रोक दी गई है. सिर्फ शादी के आयोजन की अनुमति है. इस तरह 9300 आवेदनों में से अब 5225 शादियों के समारोह ही होंगे. जिन जिलों में ये अनुमति मांगी गई है, उनमें कांगड़ा में 1488, कुल्लू में 109, किन्नौर में एक, मंडी में 1154, बिलासपुर में 309, हमीरपुर में 584, ऊना में 240, चंबा में 143, सिरमौर में 123, सोलन में 731 व शिमला में 343 शादी समारोहों की संख्या है.
इस बार शादी समारोहों की सख्ती से निगरानी की जाएगी. अगर तय संख्या से लोग शामिल होते हैं तो एफआईआर दर्ज की जाएगी. शिकायत मिलने पर प्रशासन की टीम जांच के लिए आएगी और अगर पचास से अधिक लोग शादी समारोह में आते हैं तो एक्शन लिया जाएगा.
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