शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में कोरोना संक्रमित लोगों की मौत के बाद उनके मोबाइल फोन व अन्य सामान चोरी हो रहा है. इस सबंध में पुलिस को भी शिकायत दी गई और पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है.
मामला ध्यान में उस वक्त आया जब दो दिन पहले शुक्रवार को आईजीएमसी शिमला के आइसोलेशन वार्ड में लोअर बाजार के कारोबारी की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई. मृतक का भतीजा अनूप खन्ना अस्पताल पहुंचा और उसने अस्पताल प्रशासन से अपने चाचा का मोबाइल फोन मांगा, लेकिन उसे फोन नहीं दिया गया और कहा गया कि यहां मृतक का कोई फोन व सामान नहीं है.
इस पर अनूप ने कहा कि उनके चाचा के पास बड़ा फोन था और उसमें जरूरी दस्तावेज भी थे. अनूप ने इसकी शिकायत लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में दर्ज कार्रवाई तो पुलिस ने उन्हें बताया गया कि पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं. पुलिस ने लोगों की शिकायत दर्ज करके शिकायत के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
एसपी शिमला मोहित चावला का कहना है कि मामलों की गंभीरता से जांच की जा रही है और मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रैक करके जल्द फोन शिकायतकर्ता को लौटा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आईजीएमसी के प्रिंसिपल से भी मामले की रिपोर्ट मांगी जाएगी. वहीं, आईजीएमसी के प्रिंसिपल डॉ. रजनीश पठानिया ने बताया कि उन्हें भी मामले की जानकारी दी गई थी. वार्ड में इसकी जांच की जाएगी.
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमित वार्ड में तीमारदार तक को जाने की अनुमति नहीं होती. ऐसे में यह अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह मरीज का सामान हिफाजत से रखे, लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही फिर एक बार सामने आई है. फिलहाल तो सिर्फ मोबाइल फोन की शिकायत सामने आई है. भविष्य आगे कोई ओर सामान भी चोरी हो सकता है. गौरतलब है कि अभी तक आइसोलेशन मे 42 लोगों की मौत शिमला जिले की ही हो चुकी है जबकि अन्य जिले के आईजीएमसी में दाखिल मरीज का आंकड़ा 50 तक है.
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