शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह को गरीबों का मसीहा कहा जाता था और जो भी जरूरतमंद उनके पास अपनी फरियाद लेकर जाता था वो कभी खाली हाथ नहीं आता था. अब उनकी राह पर उनके सपुत्र विक्रमादित्य सिंह भी चल पड़े हैं. दरअसल, विक्रमादित्य सिंह ने एक अक्षम बच्ची का मदद करते हुए उसे एक इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर दी है. उनके विधानसभा क्षेत्र शिमला ग्रामीण से 11 साल की सोनाक्षी चलने फिरने में पूरी तरह से अक्षम है. वह स्कूल भी जाती है. लेकिन, अक्षम होने के चलते उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.
बच्ची के परिजन उसे लेकर जब विक्रमादित्य सिंह के पास पहुंचे तो उन्होंने बच्ची के लिए एक इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर देने की बात कही और सोमवार को विधानसभा में इस 11 साल की बच्ची को इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर देने की सौंपी गई. ये इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर 75 हजार रुपये की है और विक्रमादित्य ने इसे अपनी ओर से बच्ची को भेंट किया है. इलेट्रिक व्हीलचेयर पर बैठकर सोनाक्षी काफी खुश नजर आई. सोनाक्षी चनोग में ही छठी कक्षा में पड़ती है, लेकिन उसे स्कूल ले जाने ओर लाने में काफी मुश्किल आ रही थीं. वहीं, अब सोनाक्षी रोज इस इस इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर पर बैठ कर स्कूल जाएगी.
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि राजनीति के साथ-साथ समाजसेवा के लिए भी हमें कार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला की उनके विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत चलोग की एक बच्ची जो शारीरिक रूप से अक्षम है और उसे स्कूल जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, तो उन्होंने उसे एक इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर देने का फैसला लिया.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुख आश्रय योजना शुरू की है, जिसमें दिव्यांगऔर अनाथ बच्चों की मदद के लिए बजट का प्रावधान किया गया है. वह उन्हीं से सीख कर आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने अन्य लोगों से भी जरूरतमंदों की मदद करने के लिए आगे आने की अपील की.
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