रामपुर: जिला शिमला के विकास खंड रामपुर बुशहर में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग ऐप के माध्यम से मनरेगा श्रमिकों की हाजिरी लगाना शुरू कर दिया गया है. विकासखंड रामपुर के अंतर्गत 36 पंचायतें मौजूद है और इन सभी पंचायतों में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग ऐप के माध्यम से हाजिरी लगाने के निर्देश विकास खंड रामपुर से सभी पंचायतों को 1 जनवरी से दे दिए गए हैं. (MGNREGA workers online Attendance in Rampur)
शिक्षा एवं खंड योजना अधिकारी घनश्याम सोनी ने बताया कि रामपुर में 36 पंचायतें मौजूद है. इन सभी पंचायतों में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग ऐप के माध्यम से हाजिरी लगाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. उन्होंने बताया सामुदायिक कार्य के लिए मनरेगा के तहत श्रमिकों की हाजिरी ऐप के माध्यम से लगाई जाएगी. उन्होंने बताया कि जो व्यक्तिगत कार्य रहेंगे, उसमें हाजिरी लगाने के लिए एप का प्रयोग नहीं किया जाएगा.
घनश्याम सोनी ने बताया कि इस ऐप में सुबह 11 बजे और दोपहर बाद 2 बजे के बाद इस ऐप के माध्यम से हाजिरी लगाई जाएगी. उन्होंने बताया कि इस ऐप के माध्यम से पारदर्शिता आएगी और फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी और कार्य भी गुणवत्ता के आधार पर किए जाएंगे. घनश्याम सोनी ने बताया कि अधिकतर पंचायतों में इसके माध्यम से कार्य करना शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि कई पंचायतों में सिग्नल की दिक्कत पेश आ रही है तो कहीं सरपंच को इस ऐप को चलाने का अनुभव नहीं है.
लेकिन सभी पंचायतों में जल्द ही ऐप के माध्यम से हाजिरी लगाना शुरू कर दिया जाएगा. बता दें की मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा रोकने के मकसद से राज्य सरकार ने श्रमिकों की हाजिरी व्यवस्था को अब ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है. मनरेगा के तहत काम करने वाले श्रमिकों की हाजिरी ऑनलाइन करने की प्रक्रिया एक जनवरी से शुरू कर दी गई है. इस निर्णय के चलते अब न तो कोई मस्टररोल में फर्जी नाम लिख सकेंगे और न ही उनकी फर्जी हाजिरी मस्टररोल में लग सकेगी. इस योजना से मस्टररोल में जाली नाम भी पकड़ में आ सकेंगे. (National Mobile Monitoring App) (Rampur MGNREGA workers)
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