शिमला: नगर निगम शिमला, फरवरी माह में बजट पेश करने जा रहा है लेकिन बजट इस बार मेयर डिप्टी मेयर और पार्षदों के बिना पेश होगा. बजट प्रशासक उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी पेश करेंगे. ये पहली बार होगा कि शिमला नगर निगम में मेयर बजट पेश नहीं करेगी. वहीं, बजट को लेकर नगर निगम ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. नगर निगम ने सभी शाखाओं से बजट में शामिल किए जाने वाले कार्यों की जानकारी मांगी है. नए प्रस्ताव भी इसमें शामिल किए जाने हैं.
बजट पेश करने के लिए तैयारियां शुरू: फरवरी माह में प्रशासक उपायुक्त आदित्य नेगी नगर निगम का बजट पेश करेंगे. प्रशासन ने सभी विभागों से दो दिन के भीतर आय-व्यय का लेखा-जोखा मांगा है ताकि तैयारियां पूरी कर बजट को अंतिम रूप दिया जा सके. बजट में नगर निगम के आय के संसाधनों को कैसे बढ़ाया जा सकता है, इसको लेकर कुछ नई योजनाएं और नए टैक्स शुरू करने पर विचार किया जा रहा है. आय बढ़ाने के लिए संपत्ति कर, दुकानों के किराये, पार्किंग फीस सहित अन्य आय के संसाधनों को मजबूत करने पर नगर निगम विचार कर रहा है. निगम के जितने भी आय के स्रोत हैं, उससे अधिक आय कैसे मिल सकती है इसको लेकर विभागों से सुझाव मांगें हैं. विभागों को बताना होगा कि कैसे आय को बढ़ाया जा सकता है.
प्रशासक करेंगे बजट पेश: नगर निगम शिमला के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि नगर निगम का फरवरी माह में बजट पेश होना है लेकिन इस बार मेयर डिप्टी मेयर नहीं है तो ऐसे में प्रशासक बजट पेश करेंगे इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं और सभी शाखाओं को निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि लोग भी बजट को लेकर सुझाव दे सकते हैं. बजट तैयार कर प्रशासक उपायुक्त शिमला के समक्ष रखा जाएगा जोकि बजट को पेश करेंगे. उन्होंने कहा कि शहरवासियों को सुविधाएं देने के लिए बजट पेश किया जाएगा.
इस कारण लगी है नगर निगम के चुनावों पर रोक: बता दें कि नगर निगम चुनाव विधानसभा से पहले होने थे लेकिन वार्डों के पुनर्सीमांकन के विवाद के चलते कोर्ट ने चुनाव पर रोक लगा दी थी. पूर्व सरकार के समय में शहर में वार्डों की संख्या को 34 से बढ़ाकर 41 कर दिया गया था. जिसमें से कुछ पार्षदों ने आपत्ति जताई थी और कोर्ट में इसके खिलाफ याचिका दायर की थी जिस पर कोर्ट ने 5 नए वार्डों के दोबारा पुनर्सीमांकन के निर्देश दिए हैं.
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