शिमला: नगर निगम शिमला में सेवानिवृत्त सफाई कर्मचारियों को दोबारा से नौकरी देने पर सफाई कर्मचारी भड़क गए हैं. गुरुवार को सैकड़ों सफाईकर्मी नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल के पास पहुंचे. सफाई कर्मचारियों ने मेयर को ज्ञापन सौंप कर निगम से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सैहब सोसायटी में नौकरी न देने और निगम में खाली चल रहे दो सौ पदों को भरने की मांग की.
बेरोजगारों को नहीं मिल रहा मौका
शिमला नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के पूर्व अध्यक्ष मनोहर लाल ने कहा कि नगर निगम में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को दोबारा से नौकरी पर रखा जा रहा है जो कि सही नहीं है. अगर ऐसे ही नगर निगम में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को रखा जाता है तो बेरोजगार युवकों को मौका नहीं मिलेगा. वह नगर निगम में लगे कर्मचारियों की पदोन्नति में भी रुकावट होगी.
कर्मचारी यूनियन ने मेयर को सौंपा ज्ञापन
इसके अलावा नगर निगम 2006 के बाद जिन सफाई कर्मचारियों की मृत्यु हुई है, उनके आश्रितों को अभी तक अनुकंपा (कंपनसेशन) के आधार पर नौकरी नहीं मिली है. जिस कारण उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हुई है. इसके अलावा वार्डों में सफाई कर्मचारियों को सामान रखने तक का कमरा नहीं है. इसको लेकर महापौर सत्या कौंडल को ज्ञापन सौंपा गया है.
निगम में दो सौ पद अभी हैं खाली
बता दें शिमला नगर निगम में 600 से अधिक सफाई कर्मचारी हुआ करते थे, लेकिन अब दो सौ सफाई कर्मी ही रह गए हैं. पिछले कई वर्षों से निगम खाली पदों को नहीं भर रहा और इस समय दो सौ सफाई कर्मचारियों के पद खाली पड़े हैं.
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