शिमला: ऐतिहासिक रिज मैदान के निचे बने पानी के टैंक की मरम्मत का काम लगभग बीते दो महीने से चल रहा है. फिलहाल 70 प्रतिशत तक मरम्मत कार्य पूरा हो चुका है. बुधवार को मरम्मत कार्य का जायजा लेने के लिए नगर निगम शिमला की महापौर सत्या कौंडल ने पार्षदों के साथ खुद टैंक में उतर कर निरीक्षण किया. इस दौरान जल निगम के एसडीओ मेहबूब शेख ने महापौर को काम की जानकारी दी.
नए साल से पहले पूरा होगा काम
महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि रिज टैंक से शहर में पानी की सप्लाई होती है और टैंक के अंदर बीते साल दरारें देखी गई थी, जिसकी मरम्मत की जा रही है. बीच में मरम्मत कार्य कर रहे कुछ मजदूर कोरोना संक्रमित हो गए थे, जिसके चलते इसका मरम्मत कार्य रोकना पड़ा था. अब फिर से इसे तेजी से पूरा किया जा रहा है और नए साल से पहले मरम्मत कार्य पूरा कर लिया जाएगा और इसी टैंक से शहर में पानी की सप्लाई दी जाएगी.
बैल्जियम से लाए गए केमिकल से भरी जा रही दरारें
रिज मैदान पर स्थित टैंक की दरारों को भरने के लिए डेढ़ करोड़ रुपये का बजट रखा है. टैंक में आई दरारों को भरने के लिए बैल्जियम से लाए गए विशेष केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह केमिकल दरारों में इंजेक्ट किया जा रहा है. केमिकल से अंदर तक दरारें भरेंगी और भविष्य में इस टैंक को कोई खतरा नहीं होगा. कैमिकल से टैंक के अंदर कर्मचारियों को किसी तरह की घुटन न हो इसके लिए रिज मैदान पर एग्जस्ट फैन लगाए गए हैं.
1880 में अंग्रेजो ने बनाया था टैंक
ऐतिहासिक रिज मैदान स्थित यह टैंक राजधानी का सबसे पुराना टैंक है. इसे साल 1880 में पत्थर और चूने से तैयार किया गया था. टैंक में नौ चैंबर बने हुए हैं. चार चैंबरों में दरारें आई हैं. वर्ष 2019 में दरारें देखी गई थी. इसके बाद शिमला जल प्रबंधन निगम ने पूरी जांच और सर्वे के बाद विदेशी कंपनी को काम सौंपा और अब कंपनी ने काम शुरू कर दिया है.
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