रामपुर बुशहर: हिमाचल प्रदेश के लिए इस बार मानसून किसी आफत से कम नहीं है. भारी बारिश ने ऐसा कहर बरपाया है कि कई लोगों ने अपनों को खोया है तो, कइयों ने अपनी जगह-जमीन, घर-बार खोया है. ऐसा ही मामला शिमला जिले के रामपुर बुशहर की कुहल पंचायत के अंतर्गत आने वाले मझाली गांव का है. जहां नड़ावटी में रहने वाले 6 परिवार बेघर हो गए हैं. दरअसल, मझाली गांव में 6 परिवारों ने अपनी महेनत और कमाई से हाल ही में नए घरों का निर्माण किया था, लेकिन कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया की कुछ ही समय में परिवारों को बेघर कर दिया.
रामपुर के मझाली गांव के नड़ावटी में भारी बारिश और लैंडस्लाइड से एक घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. वहीं, 5 घरों में दरारें आ चुकी है. ऐसे में पूरे परिवार के लोग खतरे की जद में आ चुके हैं. इन लोगों के पास अब रहने के लिए कोई भी सुरक्षित छत नहीं बचा है. मजबूरन लोग इन क्षतिग्रस्त घरों में रहने को मजबूर हैं, तो कोई तंबू डालकर दिन काट रहे हैं.
पहले खाली करवाया गया था क्षतिग्रस्त घर: जानकारी के अनुसार, राम दास का घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है. वहीं, घर को पहले ही खाली करवा दिया गया था. जिसके कारण अब पूरा परिवार तंबू डालकर रह रहा है. वहीं, पोशु राम, विनोद कुमार, बंसी लाल, चांद करण, राम सिंह के घर पर दरारें आ चुकी है. प्रभावितों ने बताया कि बीते दिनों हुई भारी भारी के कारण उनके घरों को भारी नुकसान हुआ है. अब घरों में रहना खतरे से खाली नहीं है. बारिश आने पर रातभर जाग कर रात काटना पड़ रहा हैं. छोटे बच्चों के साथ अन्य स्थानों पर भी नहीं जा सकते हैं. यहां पर जगह लगातार धंसती जा रही है. अब डर सता रहा है कि कभी भी उनके घर गिर सकते हैं.
क्षेत्र में हुए नुकसान का किया जाएगा आकलन: प्रभावितों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि उन्हें सुरक्षित स्थान मुहैया करवाया जाए. जहां पर वह अपने बच्चों के साथ रह सकें. वहीं, नायब तहसीलदार तकलेच भीम सिंह नेगी ने बताया कि यहां एक घर क्षतिग्रस्त हुआ है, जिन्हें फौरी राहत प्रदान की गई है. अन्य प्रभावितों को राशि देने के लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही है. 4 लोगों के घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. उनकी भी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है. उन्होंने बताया क्षेत्र में जो और नुकसान हुआ है, उसका आकलन किया जाएगा.
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