शिमला: राजधानी शिमला में अपने आवारा कुत्तों को अब खुले में घुमाना लोगों को मंहगा पड़ सकता है. राजधानी शिमला में पिछले कुछ समय से आवारा कुत्तों के खुले में शौच और मलत्याग के कई मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में अब आवारा कुत्तों द्वारा खुले में गंदगी फैलाना कुत्ते के मालिकों को मंहगा पड़ सकता है.
इस संबंध में शिमला एसपी की ओर से निगम को पत्र लिखा गया था. एसपी के पत्र के बाद नगर निगम इसके लिए सख्त हो गया है. निगम ने कुत्ता मालिकों को साफ तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि कुत्तों को बाहर ले जाने से पहले अपने साथ एक डिस्पोजल बैग या अन्य बैग लेकर चलना होगा, ताकि अगर कुत्ता खुले में मलत्याग करता है तो उसे मालिक द्वारा साफ किया जाए.
मालिक से वसूला जा सकता है 500 रुपये जुर्माना
निगर निगम के वीपीएचओ नीरज मोहना ने कहा कि पिछले कुछ समय से शहर में कई ऐसे मामले आ रहे हैं, जहां सार्वजनिक स्थलों पर कुत्ते खुलेआम गंदगी फैला रहे हैं, जिसके चलते शहर में सफाई व्यवस्था पर असर पड़ रहा है. ऐसे में अब निगम ने एक बार फिर सभी कुत्ता मालिकों को चेतावनी दी है की अगर इस प्रकार की कोई भी घटना सामने आती है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी और 500 रूपये या उससे अधिक तक का दंड मालिक से वसूला जा सकता है.
निगम ने शहरवासियों से शहर को साफ सुथरा बनाए रखने में अपना योगदान देने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि यदि कोई शहरवासी इस प्रकार की घटना देखता है तो इस संबंध में नगर निगम के पास शिकायत भी दर्ज करवा सकता है, इसके बाद उक्त व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी.
कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य
वहीं, शहर में आवारा कुत्तों की संख्या में इजाफा होता देख निगम ने कुत्तों की पंजीकरण भी दोबारा शुरू कर दिया है. निगम का कहना है कि कुत्ता मालिकों को अपने कुत्तों को नगर निगम शिमला के पास अनिवार्य तौर पर पंजीकृत करवाना होगा, जिसके लिए 400 रूपय फीस ली जाएगी.
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