शिमलाः आईजीएसमी शिमला में बीते मंगलावर को मंडी निवासी कोरोना संक्रमित युवक की मौत के अंतिम संस्कार के दौरान उपजे विवाद के बाद सहायता के लिए निजी संस्था सामने आई है.
मानव सेवा कोटखाई की टीम ने कोरोना से जान गवाने वालों के शवों को जलाने के लिए प्रशासन व संबंधित विभाग की सहायता करने के लिए आगे आया है.
मानव सेवा कोटखाई की वर्किंग कमेटी के अध्यक्ष बलबीर सिंह धर्माईक ने डीसी शिमला अमित कश्यप व एसडीएम नीरज चंदला जी को व्हाट्सएप के माध्यम से लिखित निवेदन किया है.
निवेदन मे कहा है कि अगर भविष्य में विषम परिस्थितियों में कोरोना से जान गवाने वालों के शवों को जलाने के लिए मानव सेवा कोटखाई की टीम निशुल्क अपनी सेवा देने की इच्छा व्यक्त करती है. रेस्क्यू आपरेशन यूनिट के वाहन आपात की किसी भी विषम परिस्थिति में रेड जोन क्षेत्र में अपनी सेवाएं देने को तैयार है.
बता दें कि कि मानव सेवा कोटखाई असाधारण कार्य के लिए पंजीकृत है. मानव सेवा कोटखाई ने बरसात व बर्फ के मौसम में सैकड़ों घायलों को गहरी खाई से रेस्क्यू कर व दर्जनों शवों को रेस्क्यू करके दाह संस्कार कर चुका है.
संस्थान को हिमाचल प्रदेश पुलिस रेस्क्यू के लिए करीब दो दर्जन बार सम्मानित कर चुकी है. कोरोना माहमारी जैसी विषम परिस्थितियों में भी मानव सेवा कोटखाई संस्थान की महिला सदस्यों के कार्य करने के तरीके व कार्य करने की क्षमता का भी शक्ति परीक्षण होगा.
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