शिमला: हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश के बाद हालात अभी भी सामान्य नहीं हुए हैं. प्रदेश में मंगलवार को जीवन पटरी पर तो लौटा, लेकिन बारिश के बाद अब जगह-जगह भूस्खलन का कहर जारी है. वहीं, सड़क मार्ग बहाल नहीं पाने के कारण प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में कई सैलानी भी कैद हो गए हैं.
प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में ही सैकड़ों सैलानी फंसे हुए हैं. घाटी में फंसे हुए लोगों में मलयालम फिल्म के कलाकार भी थे जो शुटिंग के लिए घाटी के छतड़ू पहुंचे थे. सीएम जयराम ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मलयालम फिल्म के फंसे हुए कलाकारों को भी रेस्क्यू कर लिया गया है.
सीएम ने बताया, ''पिछले तीन दिन में बरसात और बाढ़ के कारण 63 लोगों की जान गई है और प्रदेश सरकार को 627 करोड़ का नुकसान हुआ है. वहीं, लोग जो प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए थे उन्हें निकाल लिया है. प्रदेशभर से 1608 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, जिसमें मलयालम फिल्म के कलाकार भी शामिल हैं''.
सीएम ने कहा कि मलयालम कलाकारों को गाड़ी के माध्यम से घाटी से निकाला गया है. हालांकि उनसे घाटी से बाहर निकलने का आग्रह सोमवार को ही किया था, लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से शायद उन्होंने उस आग्रह को स्वीकार नहीं किया. आज उनको सुरक्षित निकाल लिया गया है.
आपको बता दें कि लाहौल-स्पीति के छतड़ू में फिल्म की शूटिंग के लिए पहुंची मलयालम एक्ट्रेस मंजू वॉरियर और उनके डायरेक्टर सनल कुमार शशिधरन अपनी पूरी यूनिट के साथ वहां फंस गए थे जिन्हें अब रेस्क्यू कर लिया गया है.
भारी बारिश के बाद आई बाढ़ के कारण करीब 30 क्रू मेंबर्स की ये पूरी यूनिट घाटी के छतड़ू में फंसी हुई थी. जिन्हें जरूरी खाने-पीने की चीजें और दवाइयां प्रशासन द्वारा मुहैया करवा दी गई थी. ये लोग पिछले तीन दिनों से यहां फंसे हुए थे.