शिमला: वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कलराज मिश्र उत्तर प्रदेश की देवरिया सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर निर्वाचित हुए थे. वे नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में सूक्ष्म एवं लघु उघोग मंत्री रह चुके हैं. उसके अलावा वे राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं.
कलराज मिश्र लखनऊ से बीजेपी के विधायक भी रहे हैं. भाजपा में 75 साल से ऊपर की आयु वाले नेताओं को चुनाव में टिकट नहीं देने का फैसला लिया गया था. इस कारण मिश्र ने चुनाव नहीं लड़ा था. अब उन्हें हिमाचल के राज्यपाल का पद मिला है.
वहीं, आचार्य देवव्रत अब गुजरात के राज्यपाल होंगे. बता दें कि आचार्य देवव्रत ने 8 दिसम्बर 2015 में हिमाचल के राज्यपाल के तौर में शपथ ली थी. प्रदेश में लीक से हटकर काम करने वालों में से राज्यपाल देवव्रत का नाम अग्रणी श्रेणी में रहा है. वहीं जीरो बजट खेती के लिए भी उन्होंने कारगर कदम उठाए हैं.