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हिमाचल के लिए गौरव के क्षण, देश के पहले लोकपाल में सदस्य नियुक्त हुईं जस्टिस अभिलाषा

छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के हिस्से एक बार फिर से गौरव के पल आए हैं. राज्य से संबंध रखने वाली रिटायर्ड चीफ जस्टिस अभिलाषा कुमारी को भारत के पहले लोकपाल में सदस्य नियुक्त किया गया है.

जस्टिस अभिलाषा
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Published : Mar 20, 2019, 11:35 AM IST

शिमलाः छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के हिस्से एक बार फिर से गौरव के पल आए हैं. राज्य से संबंध रखने वाली रिटायर्ड चीफ जस्टिस अभिलाषा कुमारी को भारत के पहले लोकपाल में सदस्य नियुक्त किया गया है.

justic abhilasha
जस्टिस अभिलाषा

जस्टिस अभिलाषा हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की बेटी है. लोकपाल में सदस्य के तौर पर बेटी की नियुक्ति को लेकर वीरभद्र सिंह ने खुशी जाहिर की है. फेसबुक पोस्ट के माध्यम से वीरभद्र सिंह ने कहा कि ये महिलाओं और खास तौर पर हिमाचल के लिए खुशी की बात है. जस्टिस अभिलाषा कुमारी गुजरात हाईकोर्ट, त्रिपुरा व मणिपुर हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश रही हैं. उनकी नियुक्ति पर हिमाचल में खुशी की लहर है.

अभिलाषा कुमारी ने मार्च 1984 में वकालत शुरू की थी. 23 फरवरी 1956 को जन्मी अभिलाषा कुमारी ने वकालत की डिग्री हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से हासिल की. वे स्टैंडिंग काउंसिल के तौर पर कार्य करने के बाद एडिशनल एडवोकेट जनरल नियुक्त हुईं, फिर वे 2006 में गुजरात हाईकोर्ट में न्यायाधीश बनी. हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ही लोकपाल में सदस्य हो सकते हैं.

उल्लेखनीय है कि देश के पहले लोकपाल की नियुक्ति संबंधी अधिसूचना मंगलवार को जारी हुई है. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सीजे पिनाकी चंद्र मिश्रा देश के पहले लोकपाल बने हैं. इसी पैनल में अभिलाषा कुमारी लोकपाल सदस्य बनाई गई हैं.

बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष को देश का पहला लोकपाल नियुक्त किया. लोकपाल की सूची में 9 ज्यूडिशियल मेंबर भी हैं. साथ ही जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष को चेयरपर्सन भी बनाया गया है. राष्ट्रपति ने जस्टिस दिलीप बी भोंसले, जस्टिस पीके मोहंती, जस्टिस अभिलाषा कुमारी और जस्टिस एके त्रिपाठी को न्यायिक सदस्य के तौर पर नियुक्ति को मंजूरी दी. दिनेश कुमार जैन, अर्चना रामासुंदरम, महेंद्र सिंह और डॉ. आईपी गौतम बतौर सदस्य नियुक्त किए गए हैं.

शिमलाः छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के हिस्से एक बार फिर से गौरव के पल आए हैं. राज्य से संबंध रखने वाली रिटायर्ड चीफ जस्टिस अभिलाषा कुमारी को भारत के पहले लोकपाल में सदस्य नियुक्त किया गया है.

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जस्टिस अभिलाषा

जस्टिस अभिलाषा हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की बेटी है. लोकपाल में सदस्य के तौर पर बेटी की नियुक्ति को लेकर वीरभद्र सिंह ने खुशी जाहिर की है. फेसबुक पोस्ट के माध्यम से वीरभद्र सिंह ने कहा कि ये महिलाओं और खास तौर पर हिमाचल के लिए खुशी की बात है. जस्टिस अभिलाषा कुमारी गुजरात हाईकोर्ट, त्रिपुरा व मणिपुर हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश रही हैं. उनकी नियुक्ति पर हिमाचल में खुशी की लहर है.

अभिलाषा कुमारी ने मार्च 1984 में वकालत शुरू की थी. 23 फरवरी 1956 को जन्मी अभिलाषा कुमारी ने वकालत की डिग्री हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से हासिल की. वे स्टैंडिंग काउंसिल के तौर पर कार्य करने के बाद एडिशनल एडवोकेट जनरल नियुक्त हुईं, फिर वे 2006 में गुजरात हाईकोर्ट में न्यायाधीश बनी. हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ही लोकपाल में सदस्य हो सकते हैं.

उल्लेखनीय है कि देश के पहले लोकपाल की नियुक्ति संबंधी अधिसूचना मंगलवार को जारी हुई है. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सीजे पिनाकी चंद्र मिश्रा देश के पहले लोकपाल बने हैं. इसी पैनल में अभिलाषा कुमारी लोकपाल सदस्य बनाई गई हैं.

बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष को देश का पहला लोकपाल नियुक्त किया. लोकपाल की सूची में 9 ज्यूडिशियल मेंबर भी हैं. साथ ही जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष को चेयरपर्सन भी बनाया गया है. राष्ट्रपति ने जस्टिस दिलीप बी भोंसले, जस्टिस पीके मोहंती, जस्टिस अभिलाषा कुमारी और जस्टिस एके त्रिपाठी को न्यायिक सदस्य के तौर पर नियुक्ति को मंजूरी दी. दिनेश कुमार जैन, अर्चना रामासुंदरम, महेंद्र सिंह और डॉ. आईपी गौतम बतौर सदस्य नियुक्त किए गए हैं.

Intro:दियोटसिद्ध बाजार में प्लास्टिक में रोट और प्रसाद बेचने पर 20 दुकानदारों पर विभागीय कार्रवाई, मौके पर वसूला जुर्माना
हमीरपुर।
जिला खाद्य आपूर्ति विभाग हमीरपुर ने उत्तरी भारत के सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध चल रहे चैत्र मास मेलों के दौरान प्लास्टिक बैग में प्रसाद बेचने पर दुकानदारों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। विभाग में 20 दुकानदारों के चालान काट कर मौके पर ही ₹12500 जुर्माना वसूला है। विभाग की ओर से मेलों के दौरान यह पहली बड़ी कार्रवाई की गई है।


Body:जानकारी के अनुसार निरीक्षक विनोद कपिल की अगुवाई में मंगलवार को कस्बे में प्लास्टिक का प्रयोग कर रहे दुकानदारों की दुकानों में दबिश देकर चालान किए गए हैं। इसके साथ ही विभाग की टीम ने दुकानदारों को पॉलिथीन का प्रयोग ना करने की हिदायत दी है। इन दिनों हर दिन हजारों श्रद्धालु बाबा बालक नाथ के दरबार में शीश नवाने पहुंच रहे हैं और श्रद्धालु दुकानों से रोट प्रसाद आदि खरीदते हैं। दुकानदार श्रद्धालुओं को पॉलिथीन में रोट और अन्य प्रसाद इत्यादि देते हैं, जबकि प्रदेश में पॉलिथीन पर पूर्ण प्रतिबंध है। निरीक्षक विनोद कपिल ने कहा कि प्लास्टिक मैं रोट और प्रसाद बेचने 20 दुकानदारों के चालान काटकर ₹12500 जुर्माना वसूला गया है।


Conclusion:निरीक्षक का कहना है कि प्रदेश में प्लास्टिक के स्माल पर पूर्ण प्रतिबंध है। दुकानदारों को प्लास्टिक का प्रयोग ना करने और मूल्य से अधिक दाम पर वस्तु ना बेचने की हिदायतें जारी की गई है।
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