शिमला: प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि 9 फरवरी को प्रदेश के सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोरोना से बचाव का पहला इंजेक्शन लगाने का काम पूरा कर दें.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक निपुण जिंदल ने सभी जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और विभिन्न मेडिकल कालेजों के प्राधानाचार्यों के साथ टीकाकरण की समीक्षा करते हुए कहा कि अभी तक प्रदेश में 22936 स्वस्थ्य कार्यकर्ताओं का पहला इंजेक्शन लग चुका हैं.
पहले टीके की खुराक प्रदेश में 77 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को दी जाएंगी. जिंदल ने कहा कि सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि इस चरण में इंजेक्शन सभी 77 हजार कर्मियों को मिले इसके लिए टीकाकरण की गति तेज करने के निर्देश दिए गए हैं व इस लक्ष्य को 9 फरवरी तक हासिल करने के लिए साढ़े छह सौ सेशन आयोजित किए जाएंगे व इसके लिए सभी निर्देश जारी कर दिए हैं.
पहली खेप में 93 हजार इंजेक्शन मिले थे
जिंदल ने कहा कि प्रदेश को पहली खेप में 93 हजार इंजेक्शन मिले थे. इसके बाद 87500 इंजेक्शन और मिली है.जिंदल ने कहा कि अभी तक प्रदेश में 2.55 फीसद इंजेक्शन खराब हुए हैं. जबकि केंद्र की ओर से इंजेक्शन के खराब होने की केंद्र की ओर से अनुमोदित दर दस फीसद तक हैं.
प्रदेश में जिला व ब्लाक स्तर योजनाबद्ध तरीके से चल रहे टीकाकरण की वजह से ये खुराकें कम खराब हो रही हैं. अभी तक प्रदेश में 1.16 फीसद लोगों ने टीका लगने के बाद मामूली प्रतिकुल प्रभाव की शिकायत की है. अभी तक प्रदेश में कोई भी गंभीर मामला सामने नहीं आया हैं.
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