शिमला: मुंबई में हो रहे फार्मा लाइव एक्सपो एंड समिट-2023 के दौरान हिमाचल बाहरी निवेशकों के साथ निवेश के लोकर कई एमओयू साइन करेगा. हिमाचल की ओर से इस दौरान 1,000 करोड़ रुपए से 1,200 करोड़ रुपए तक के निवेश के लिए एमओयू करने की संभावना है. फार्मा लाइव एक्सपो एंड समिट-2023 बुधवार से शुरू हो गया है और यह तीन मार्च तक चलेगा. हिमाचल से इसके लिए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के साथ विभाग के अधिकारियों की टीम और चार विधायक भी भाग ले रहे हैं.
फार्मा लाइव एक्सपो एंड समिट-2023 के लिए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान आज शिमला से रवाना हो गए. इसके अलावा इसमें विधायक सुधीर शर्मा, सुरेश कुमार, मलिंद्र राजन और अजय सोलंकी भी जा रहे हैं. उद्योग विभाग के अधिकारियों की एक टीम पहले ही इसके लिए मुबंई गई है. हिमाचल के लिए यह निवेशकों को आकर्षित करने का एक बड़ा मौका होगा. मुंबई के लिए रवाना होने से पहले शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उदयोग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि इस एक्सपो में हिमाचल सरकार भी हिस्सा ले रही है.
उन्होंने कहा कि मुंबई में होने वाले आयोजन में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियां हिस्सा ले रही हैं. फार्मा लाइव एक्सपो एंड समिट-2023 का आयोजन मुबंई के गोरे गांव में हो रहा है. एक्सपो एंड समिट 3 मार्च तक चलेगा, जिसमें बड़ी फार्मास्युटिकल कंपनियां हिस्सा लेंगी. हिमाचल सरकार इसमें राज्य के लिए कई कंपनियों के साथ एमओयू साइन करेगी. उद्योग मंत्री ने कहा कि इसमें 1000 से 1200 करोड़ के एमएयू होने के आसार हैं.
उल्लेखनीय है कि हिमाचल का बद्दी-नालागढ़ फार्मा हब के तौर पर देश में जाना जाता है. इसी तरह हिमाचल के ऊना के लिए एक बल्क ड्रक पार्क भी केंद्र सरकार की ओर से मंजूर किया गया है, जिसके लिए 225 करोड़ की राशि केंद्र सरकार ने जारी की है. इस तरह हिमाचल के पास निवेश के लिए पर्याप्त संभावाएं हैं और हिमाचल का प्रयास अधिक से अधिक निवेश को आकर्षित करने का है.
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