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सैकड़ों बंदरों की मौत से शिमला में हड़कंप, राजधानी में जगह-जगह मिल रहे शव - बेनमौर की पार्षद किममी सूद

शिमला में बीते 6 महीनों से लगातार बंदरों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. बंदरों के शव घर की छतों, नालों और जंगलों में मिल रहे हैं. शहर के जाखू, बेनमौर, संजौली और छोटा शिमला में सैकड़ों बन्दरों की मौत हो चुकी है, जिसको लेकर शहर में हड़कंप मचा हुआ है.

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Published : Oct 20, 2019, 9:09 PM IST

Updated : Oct 21, 2019, 4:04 PM IST

शिमला: इन दिनों राजधानी शिमला में बंदरों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. बंदरों के शव घर की छतों, नालों और जंगलों में मिल रहे हैं. शहर के जाखू, बेनमौर, संजौली और छोटा शिमला में सैकड़ों बन्दरों की मौत हो चुकी है.

इस घटना से शहर में हड़कंप मच गया है. लोगों का कहना है कि बंदरों को खाने की चीजों में जहर देकर मारा जा रहा है. हालांकि अभी बंदरों के मौत के कारणों का पता नहीं लग पाया है. वन विभाग ने सेम्पल मेरठ की लैब में भेजे हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही बंदरों की मौत के सही कारणों का पता लग पाएगा.

केंद्र सरकार ने शिमला में बंदरों को वर्मिन श्रेणी में रखा है. वन विभाग के अनुसार, अप्रैल 2020 तक बंदरों को मारने की छूट दी गई है. कई सालों से बंदरों को मारने की छूट मिली हुई थी, लेकिन अब तक एक भी बंदर शहर में नहीं मारा गया था. अब अचानक छह महीने में सैकड़ों बंदर मर चुके हैं. वन विभाग के सर्वे के मुताबिक शहर में करीब दो हजार बंदर हैं.

वीडियो.

बंदरों की अचानक हो रही मौत से लोग भी सवाल खड़े कर रहे हैं. बेनमौर की पार्षद किमी सूद ने कहा की कुछ दिनों से उनके वार्ड में बन्दरों के मरने की शिकायतें आ रहीं हैं. उन्होंने कहा कि बंदरों को इस तरह तड़पा-तड़पा कर मारना गलत है. बंदरों की समस्या का कोई दूसरा हल ढूंढना चाहिए.

शिमला: इन दिनों राजधानी शिमला में बंदरों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. बंदरों के शव घर की छतों, नालों और जंगलों में मिल रहे हैं. शहर के जाखू, बेनमौर, संजौली और छोटा शिमला में सैकड़ों बन्दरों की मौत हो चुकी है.

इस घटना से शहर में हड़कंप मच गया है. लोगों का कहना है कि बंदरों को खाने की चीजों में जहर देकर मारा जा रहा है. हालांकि अभी बंदरों के मौत के कारणों का पता नहीं लग पाया है. वन विभाग ने सेम्पल मेरठ की लैब में भेजे हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही बंदरों की मौत के सही कारणों का पता लग पाएगा.

केंद्र सरकार ने शिमला में बंदरों को वर्मिन श्रेणी में रखा है. वन विभाग के अनुसार, अप्रैल 2020 तक बंदरों को मारने की छूट दी गई है. कई सालों से बंदरों को मारने की छूट मिली हुई थी, लेकिन अब तक एक भी बंदर शहर में नहीं मारा गया था. अब अचानक छह महीने में सैकड़ों बंदर मर चुके हैं. वन विभाग के सर्वे के मुताबिक शहर में करीब दो हजार बंदर हैं.

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बंदरों की अचानक हो रही मौत से लोग भी सवाल खड़े कर रहे हैं. बेनमौर की पार्षद किमी सूद ने कहा की कुछ दिनों से उनके वार्ड में बन्दरों के मरने की शिकायतें आ रहीं हैं. उन्होंने कहा कि बंदरों को इस तरह तड़पा-तड़पा कर मारना गलत है. बंदरों की समस्या का कोई दूसरा हल ढूंढना चाहिए.

Intro:पहाड़ो की रानी शिमला में बेजुबानों को तड़फा तड़फा कर मारे जा रहे है। शहर में लोगो के लिए आतंक का कारण बने बन्दरो को अब जहर दे कर मारे जा रहे है। शहर में कई क्षेत्रों में घरो की छतों , जंगलों , पेड़ो और नालियों में बन्दरो के शव मिल रहे है। शहर के जाखू , बेनमौर, संजोली ओर छोटा शिमला में सेकड़ो बन्दरो की मौत हो चुकी है। बन्दरो की मौत से शहर में हड़कम मच गया है और बन्दरो को जहर दे कर मारने की बात कही जा रही है। लोग भी बन्दरो के अचानक मरने से कई सवाल उठा रहे है और सड़क किनारे घरो के आसपास बन्दरो को उठाने की शिकायत नगर निगम से कर रहे है। लोग सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत कर रहे है। लोगों को बन्दरो के मरने से बीमारी का डर सताने लगा है। हालांकि शिमला में बन्दरो को वर्मिन घोषित किया गया है और इन्हें अप्रैल 2020 मारने की छूट दी गई है। लोग इन्हें सीधे तो मार नही रहे है लेकिन उन्हें खाने की चीजों में जहर दे कर मार रहे है। वही बन्दर कैसे मर रहे है इसको लेकर वन विभाग ने इसके सेम्पल लेकर मेरठ लैब भेजे है और रिपोर्ट आने के बाद ही बन्दरो के मरने के कारणों का पता चल पाएगा। उन्होंने कहा कि उनके वार्ड में ही रोज बन्दर मर रहे है। इसको लेकर शिकायत की गई है और इस तरह बन्दरो को तड़फा तड़फा कर न मारने की मांग भी की गई है।


Body:बन्दरो की अचानक ही रही मौत से लोग भी सवाल खड़े करने लगे है।बेनमौर कि पार्षद किममी सूद ने कहा की कुछ दिनों से उनके वार्ड में बन्दरो के मरने की शिकायतें आ रही थी और बन्दर तड़फा तड़फा कर मारे जा रहे है। इसको लेकर नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग से इसको लेकर शिकायत की थी । उन्होंने इस तरह से बन्दरो को तड़फा कर मारने को गलत करार दिया और कहा कि इसमें बन्दरो के बच्चों को भी मारा जा रहा है। जो सरा सर गलत है। बन्दरो को इस तरह से मारने के बजय इसके लिए अलग से जगह बनाई जाए । जहा इन्हें रखा जा सखे।


Conclusion:शॉट्स बाईट wrap से आ रही है
Last Updated : Oct 21, 2019, 4:04 PM IST
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