शिमला: कोरोना संकट से निपटने के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने अपने स्तर पर तैयारी पूरी कर ली है. आगामी समय में जैसे ही सरकार की ओर से शैक्षणिक संस्थानों को खोलने के आदेश जारी किए जाएंगे. उसके बाद विश्वविद्यालय में किस तरह की व्यवस्था कोरोना से बचाव को लेकर की जानी है.
उसके लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुद को पहले से ही तैयार कर लिया है. एचपीयू के प्रवेश गेट पर ही जहां थर्मल स्कैनिंग का प्रावधान किया गया है, तो वहीं विश्वविद्यालय में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति का रिकॉर्ड रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है.
कौन व्यक्ति विश्वविद्यालय में कहां से आ रहा है, इसकी जानकारी रजिस्टर में दर्ज की जा रही है. इसके साथ ही फोन नंबर भी रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है, जिससे कि एचपीयू में आने जाने वाले व्यक्ति पर नजर रखी जा सके.
इसके साथ ही एचपीयू में सेनिटाइजेशन के लिए भी उचित प्रबंध किए गए हैं. हफ्ते में एक बार विश्वविद्यालय के सभी विभागों की और कक्षाओं की सेनिटाइजेशन करने के साथ ही प्रशासनिक कार्यालयों की सेनिटाइजेशन की जा रही है.
इतना ही नहीं विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रवासों के साथ ही टीचर कॉलोनी और हर एक स्थान को सेनिटाइज किया जा रहा है. वहीं, लाइब्रेरी में भी सेनिटाइजेशन को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उचित प्रावधान किया है. जो भी विश्वविद्यालय के कर्मचारी, शिक्षक और छात्र विश्वविद्यालय में आ रहे हैं, उन सबके लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है.
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर सिकंदर कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी ओर से तैयारियां पूरी कर ली हैं. जैसे ही सरकार की ओर से विश्वविद्यालय को खोलने को लेकर और शैक्षणिक गतिविधियों को शुरू करने को लेकर आदेश जारी किए जाएंगे, तो ऐसे में कोविड-19 को लेकर प्रशासन ने पहले ही तैयारी कर रखी है.
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में प्रवेश जहां थर्मल के आधार पर दिया जा रहा है, तो वहीं अलग-अलग जगहों पर चेक पोस्ट भी बनाई गई है. इन चेकपोस्ट में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. इसके साथ ही सेनिटाइजेशन को लेकर उचित प्रबंध विश्वविद्यालय प्रशासन ने किए हैं. सरकार की ओर से जो भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं, उनका पालन विश्वविद्यालय में पूरी तरह से किया जा रहा है.
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