शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में एमफिल, एलएलएम कोर्स की काउंसलिंग के लिए आने वाले छात्रों को एचपीयू की गलती का हर्जाना उठाना पड़ रहा है. इन कोर्सेज की काउंसलिंग में भाग लेने वाले छात्रों के पास अपनी पीजी कक्षाओं का परिणाम ही नहीं है और काउंसलिंग में भाग लेने के लिए छात्रों को एचपीयू से गोपनीय परिणाम के लिए 500 रुपये फीस देनी पड़ रही है.
विश्वविद्यालय की अव्यवस्थाओं का आलम यह है कि बिना पीजी का परिणाम घोषित किए ही एमफिल और एलएलएम जैसे कोर्स की काउंसलिंग प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. परीक्षा के परिणाम घोषित करने में देरी एचपीयू ने की है लेकिन इसका हर्जाना छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.
विश्वविद्यालय का दावा है कि 45 दिन के अंदर अंदर सभी विषयों की परीक्षाओं का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा. विश्वविद्यालय ने ईआरपी सिस्टम पर करोड़ों की राशि खर्च की है लेकिन इसके बावजूद छात्रों के परिणाम समय पर घोषित नहीं हो पा रहे हैं. आलम यह है कि परीक्षाओं को हुए 4 माह का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय परिणाम घोषित नहीं कर पाया है.
छात्रों की काउंसलिंग है तो उनसे गोपनीय परिणाम के लिए भी 500 रुपये फीस वसूली जा रही है अपनी गलती के आगे फीस माफ नहीं कर रहा है. एचपीयू की इसी लापरवाही का छात्रों ने विरोध जताया और एसएफआई ने एचपीयू परिसर में धरना प्रदर्शन भी किया है.