शिमला: हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमिशन ने अपनी चयन प्रक्रिया में बदलाव किया है. अब इंटरव्यू 35 अंकों का होगा, जबकि स्क्रीनिंग टेस्ट से प्राप्त अंकों का 65 प्रतिशत अंकों को भी कुल योग में मिलाया जाएगा. इस प्रकार अब उम्मीदवार द्वारा प्राप्त अंकों को भी कुल योग में मिलाया जाएगा. पुरानी प्रक्रिया में स्क्रीनिंग टेस्ट के अंकों को फाइनल मेरिट में नहीं जोड़ा जाता था जबकि इंटरव्यू 100 नंबर का होता था.
पब्लिक सर्विस कमीशन के चेयरमैन मेजर जरनल डीवीएस राणा ने कहा कि कमीशन नई तकनीक का सहारा लेकर उम्मीदवारों के लिए सहूलियत प्रदान कर रहा है. इसके अलावा खामियों को भी दूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चयन की नई प्रक्रिया शुरू होने से अब उम्मीदवारों को अपनी योग्यता दिखाने में और अधिक मौका मिलेगा और बिना किसी भेदभाव के चयन प्रक्रिया जारी रहेगी.
मेजर जरनल डीवीएस राणा ने कहा कि जैसी ही हालात सामान्य होंगे उसके बाद चयन प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी जाएगी. इसके लिए पब्लिक सर्विस कमीशन की तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट हालात सामान्य होने के बाद ही होंगे, लेकिन अगर लंबे समय तक हालात सामान्य नहीं होते हैं तो प्रदेश से बाहर के अभ्यार्थियों के लिए उन्हीं प्रदेशों में एग्जामिनेशन सेंटर बनाए जाएंगे.अगर कोई विद्यार्थी उत्तर प्रदेश से है तो उसके लिए लखनऊ में स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए सेंटर बनाने की कोशिश की जाएगी.
चेयरमैन ने कहा कि कमीशन ने तय किया है कि अब हर पोस्ट के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट होगा. चाहे रिक्तियों की संख्या कम ही क्यों ना हो. उन्होंने कहा कि कोरोना के इस युग में पब्लिक सर्विस कमीशन भी आधुनिक प्रणाली का प्रयोग करते हुए आगे बढ़ रहा है.
मेजर जरनल डीवीएस राणा ने कहा कि स्थितियों की समीक्षा करने के लिए समय-समय पर बैठकर आयोजित की जाती हैं और समस्या का समाधान किया जाता है. कमीशन यह सुनिश्चित कर रहा है कि आने वाले समय में सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना से बचाव के नियमों को अपनाते हुए एग्जाम कंडक्ट किए जाएंगे.