शिमला: हिमाचल प्रदेश में अगले साल से सेब के लिए यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया जाएगा. बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने विधानसभा में इसका ऐलान किया. कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह राठौर के नियम-61 के तहत उठाए गए सवाल के जवाब में जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार अगले साल से सेब के लिए यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य होगा. इसमें सेब के कार्टन का वजन 24 किलो से ऊपर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि बागवानों की यह मांग हमने पूरी कर दी है.
'₹4 हजार तक बिका सेब का पेटी': बागवानी मंत्री जगत सिंह ने कहा कि प्रदेश में पहली बार सेब किलो के हिसाब बेचने का सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने इसे सख्ती से लागू किया है और इसका नतीजा रहा है कि इस बार सेब की पेटी 4 हजार रुपए तक जा रही है. यह आज तक का सबसे ज्यादा मूल्य है. उन्होंने कहा कि इस फैसले की अनुपालना के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों, एसडीएम, तहसीलदार नायब तहसीलदार के साथ बागवानी और कृषि विभाग के अधिकारियों को अधिकृत किया गया है. हालांकि, आढ़तियों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है, लेकिन किसान संगठनों ने इसका पूरा समर्थन किया. बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि इस फैसले का पालन न करने वालों के खिलाफ सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है और आढ़तियों से करीब 22 लाख का जुर्माना वसूला है.
'अमेरिका को स्पेशल स्टेटस देने से बागवान होगा बर्बाद': जगत सिंह नेगी ने कहा कि केंद्र सरकार अमेरिका के सेब को आयात शुल्क में छूट में दे रही है. हाल ही में चार हजार करोड़ रुपए से जी-20 कार्यक्रम में सरकार ने अमेरिका को स्पेशल स्टेटस देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि इसके बाद अमेरिकी सेब पर 15 फीसदी आयात शुल्क लगेगा. केंद्र के इस फैसले से हिमाचल सहित अन्य राज्यों के सेब बागवान बर्बाद हो जाएंगे.
'सेब बिक्री के लिए यूनिवर्सल कार्टन की मांग': इससे पहले नियम 61 के तहत ठियोग विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने यह सेब के लिए यूनिवर्सल कार्टन का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार का किलो के हिसाब से सेब बेचने का फैसला ऐतिहासिक फैसला था. सालों से बागवान यह मांग कर रहे थे, लेकिन इसमें भी काफी समस्या आई, क्योंकि यह पहला साल था. इसमें यह तय किया गया था कि सेब की पेटी का अधिकतम वजन 24 किलो होना चाहिए, लेकिन यह टेलीस्कोपिक कार्टन की वजह से संभव नहीं हो पाया. वहीं, किलो के हिसाब से सेब बेचने का नियम हिमाचल में लागू है. प्रदेश से बाहर इसको लागू नहीं किया जा सका. जबकि हिमाचल का सेब पंजाब, हरियाणा, मुंबई और अन्य मंडियों में भी बिकता है. ऐसे में इसके लिए यूनिवर्सल कार्टन लागू किया जाना चाहिए. इससे पहले 2013 में तत्कालीन बागवानी मंत्री विद्या स्टोक्स ने भी इस दिशा में प्रयास किए थे, लेकिन यह संभव नहीं हो पाया था.
विपक्ष से कांग्रेस विधायक की अपील: विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि अगर सरकार यूनिवर्सल कार्टन लागू करती है तो उसमें गुणवत्ता का सेब भी आएगा. हिमाचल से गुणवत्ता का सेब जाएगा और एक ही मापदंड का होगा. उन्होंने विपक्ष से भी कहा कि वे केंद्र सरकार से सेब पर आयात शुल्क को बढ़ाने के लिए सहयोग दें. उन्होंने कहा कि आज वाघा बॉर्डर से ईरान का सेब अफगानिस्तान के माध्यम से आ रहा है, क्योंकि उसके साथ हमारी संधि है. राठौर ने सरकार से मांग की है कि अगले सीजन के लिए अभी ही यूनिवर्सल कार्टन को लागू करने का फैसला लिया जाए, ताकि आगे कोई दिक्कत न आए.