शिमला: देश के अन्य राज्यों की तरह हिमाचल में भी युवाओं को नौकरी ढूंढने से नहीं मिल रही. युवाओं को रोजगार मुहैया न करवा पाने में हिमाचल देश भर में चौथे नम्बर पर आ गया है.सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के सर्वे में इसको लेकर खुलासा हुआ है.
देश में बेरोजगारी में त्रिपुरा जहां पहले स्थान पर है. वहीं, हिमाचल चौथे स्थान पर आ गया है. प्रदेश में बेरोजगारी दर 15.6 फीसदी पहुंच गई है. हिमाचल में बेरोजगारों का आकंड़ा साढ़े आठ लाख पहुंच गया है.
सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस ने जयराम सरकार पर जमकर निशाना साधा है. विपक्ष ने इसको लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है. कांग्रेस ने सरकार पर जनता को गुमराह करने के आरोप लगाते हुए कहा की एक तरफ सरकार प्रदेश में रोजगार मुहैया करवाने की बात कर रही है. वहीं, ताजा सर्वे में हिमाचल बेरोजगारी में देशभर में चौथे स्थान पर आ गया है जोकि बड़े शर्म की बात है.
कांग्रेस ने कहा कि प्रदेश में अब तक ऐसी स्थिती नहीं थी, लेकिन बीजेपी सरकार के दो साल के कार्यकाल में बेरोजगारी काफी बढ़ गई है. सरकारी क्षेत्र में रोजगार देना तो दूर सरकार निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा नहीं कर पाई है. कांग्रेस प्रदेश सचिव हिमकृष्ण हिमाराल ने कहा कि रोजगार देने का वादा कर बीजेपी सत्ता पर काबिज हुई थी, लेकिन दो सालो में अब तक जयराम सरकार रोजगार देने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है.
बता दें कि हिमाचल में निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर बहुत कम हैं. लोग ज्यादातर सरकारी क्षेत्र में रोजगार पर निर्भर हैं. आलम ये है कि एक पद के लिए हजारों बेरोजगार आवदेन कर रहे हैं.