शिमला: गणतंत्र दिवस की परेड में एक बार फिर हिमाचल की संस्कृति दिखाई जाएगी. अटल टनल, त्रिलोकीनाथ मंदिर और लाहौल स्पीति की संस्कृति इस बार देश के साथ-साथ पूरी दुनिया को एक ही मंच पर देखने को मिलेगी. 26 जनवरी 2021 को दिल्ली में राजपथ पर होने वाली परेड में दुनिया की सबसे ऊंची रोहतांग अटल टनल के साथ त्रिलोकीनाथ मंदिर झांकी में नजर आएगा.
हिमाचल प्रदेश के भाषा एवं संस्कृति विभाग ने इस बार तीन मॉडल रक्षा मंत्रालय को भेजे थे, जिनमें से अटल टनल रोहतांग के मॉडल को प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है. क्योंकि रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस बार कुछ अलग और नया अनोखा प्रस्तुत किया जाए, ताकि दुनिया भारत की विरासत को देखे और समझे.
जनजतीय विकास मंत्री और लाहौल स्पीति से विधायक रामलाल मारकंडा ने कहा कि यह हिमाचलियों के साथ लाहौल-स्पीति वासियों के लिए भी गर्व की बात है. अटल टनल के 26 जनवरी की परेड में दिखाए जाने से यह दुनियाभर के सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगी.
गणतंत्र दिवस की परेड में अटल टनल की झांकी दिखने से क्षेत्र में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी, जिससे क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा. मारकनंडा में खुशी व्यक्त की और इसके लिए मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया. गौरतलब है कि अटल टनल रोहतांग दुनिया की सबसे ऊंची हाईवे टनल है, जो हिमाचल प्रदेश में स्थित है.
कुल्लू में मनाली लेह मार्ग पर बनी 9 किलोमीटर से ज्यादा लंबी इस टनल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. पीरपंजाल की पहाड़ी को भेदकर बनाई गई यह टनल 10,040 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और कुल्लू से लाहौल स्पीति तक जाती है.
इससे पहले ये मॉडल हुए थे शामिल
इससे पहले 2020 में राजपथ पर गणतंत्र दिवस के मौके पर कुल्लू दशहरा की झांकी परेड का हिस्सा बन चुकी है. अब तक पांच बार हिमाचल की झांकियां राजपथ पर दिखाई गई हैं.
2007 में लाहौल स्पीति, 2012 में किन्नौर, 2017 में चंबा का रूमाल, 2018 में लाहौल स्पीति की की-गोंपा और साल 2020 में कुल्लू दशहरा की झांकी परेड में शामिल हुईं थी.