शिमला: कांगड़ा जिले में प्रवासी पक्षियों की मौत के मामले में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है. गौरतलब है कि बीते हफ्ते कांगड़ा जिले में पौंग डैम के पास सैंकड़ों प्रवासी पक्षियों की मौत हुई थी.
6 राज्यों को भेजा अलर्ट
हिमाचल प्रदेश वन्य प्राणी विंग ने पड़ोसी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, दिल्ली समेत कई राज्यों को अलर्ट जारी किया है. अलर्ट में कहा गया है कि वे अपने राज्यों के प्रवासी पक्षियों की गतिविधियों पर नजर रखें. ये अलर्ट पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की मौत के बाद जारी किया गया है.
पीसीसीएफ वन्य प्राणी विंग अर्चना शर्मा का कहना है कि यह बर्ड फ्लू सामान्य नहीं है. इसके लक्षण सर्दी जुकाम खांसी बुखार जैसे ही होते हैं यह पक्षी से इन्सान में फैल सकता है. एहतियाती तौर पर पड़ोसी राज्यों को भी अलर्ट किया गया है. राज्य में सभी मंडलों के अधिकारियों को भी एडवाइजरी जारी की गई है.
इंसानों के लिए खतरा
दरअसल पौंग डैम में मृत पक्षियों के सैंपल हिमाचल पशुपालन विभाग के अलावा भोपाल लैब भेजे गए थे. जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. ये बीमारी इंसानों में मुर्गियों और दूसरे पक्षियों से फैल सकती है. ये वायरस आख, नाक और मुंह के जरिये इंसान के शरीर में प्रवेश करता है. एवियन इन्फ्लूएंजा- H5N1 नाम का ये वायरस काफी खतरनाक है जो इंसानों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.
4 विधानसभा क्षेत्रों में अलर्ट
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है. सोमवार को जिला प्रशासन की एक बैठक हुए जिसमें स्वास्थ्य विभाग से लेकर पशुपालन विभाग के अधिकारी और जिला उपायुक्त मौजूद रहे. बैठक में 4 विधानसभा क्षेत्रों इंदौरा, ज्वाली, नूरपुर, फतेहपुर में अलर्ट जारी कर दिया गया है. ये सभी विधानसभा क्षेत्र पौग डैम के इलाके से लगते हैं.
मांस-मछली और अंडों पर बैन
कांगड़ा जिले के 4 विधानसभा क्षेत्रों में मांस मछली अंडे चिकन की बिक्री और सप्लाई पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. ये रोक आगामी आदेश तक जारी रहेगी. इसके अलावा जिला प्रशासन की तरफ से लोगों को अलर्ट किया गया है कि पौंग डैम की तरफ अपने जानवरों को भी ना ले जाएं.
पौंग डैम के आस-पास अलर्ट
प्रवासी पक्षियों की मौत के बाद प्रशासन ने पौंग डैम के 10 किलोमीटर के दायरे को अलर्ट पर रखा गया है. पौंग डैम के एक किलोमीटर के इलाके में हर तरह की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. प्रशासन के आदेश पर पौंग डैम में होने वाली बोटिंग, फिशिंग समेत हर पर्यटन गतिविधि पर पहले ही रोक लगा दी गई थी. प्रशासन ने पौंग डैम के 9 किलोमीटर के इलाके को सर्विलांस जोन घोषित किया है और लोगों से अतिरिक्त एहतियात बरतने की अपील की है.
अब तक करीब 2000 पक्षियों की मौत
30 दिसंबर को पौंग डैम के पास करीब 400 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई थी. 31 दिसंबर को भी सैंकड़ों पक्षियों की मौत हुई. जिसके बाद प्रशासन ने पौंग डैम में चल रही हर गतिविधि पर रोक लगा दी थी. अब तक पौंग डैम के आस-पास करीब 2000 पक्षियों की मौत हो चुकी है.
क्या है बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू को एवियन एंफ्लुएंजा भी कहते हैं. जो एक तरह का वायरल इंफेक्शन है. बर्ड फ्लू पक्षियों से इंसानों में फैल सकता है. आमतौर पर मुर्गियों और अंडो से ये बीमारी इंसानों में फैलती है. समय पर इलाज ना मिलने पर जानलेवा हो सकता है.
इंसानों में पहुंच सकता है H5N1?
बर्ड फ्लू पक्षियों के लिए तो जानलेवा है ही इंसानों के लिए भी खतरनाक है. बर्ड फ्लू का वायरस वही फैलता है जहां पक्षियों की तादाद होती है. ये वायरस सांसों के जरिये इंसान के शरीर में पहुंचता है. इसलिये पॉल्ट्री फार्म जैसी जगहों पर ये वायरस फैल सकता है. इसलिये जब भी बर्ड फ्लू का शक होता है तो पॉल्ट्री फार्म से लेकर चिकन, मछली और अंडों की बिक्री पर रोक लगा दी जाती है और लोगों ने इनका सेवन ना करने की अपील की जाती है.
बर्ड फ्लू के लक्षण
- सर्दी
- जुकाम
- सांस लेने में दिक्कत
- हमेशा कफ रहना
- नाक बहना
- सिर में दर्द रहना
- गले में सूजन
- मांसपेशियों में दर्द
- उल्टी और दस्त होना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना
- आंख में कंजंक्टिवाइटिस
बर्ड फ्लू से कैसे बचें ?
- संक्रमित पक्षियों से दूर रहें.
- खासकर मरे हुए पक्षियों से दूर रहें.
- संक्रमण वाले इलाके में जाना हो तो मास्क जरूर पहनें.
- बर्ड फ्लू संक्रमण का खतरा महसूस होते ही नॉनवेज खाना छोड़ें.
- नॉनवेज खरीदते समय साफ-सफाई पर नजर रखें