शिमला: बीजेपी सरकार की हार प्रदेश के कर्मचारियों की अनदेखी का परिणाम है. यह पहली सरकार है जो कर्मचारियों को चुनावों से पहले डीए तक नहीं दे पाई. यह बात बुधवार को राजकीय अध्यापक संघ ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कही. राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा कि वह कर्मचारियों की मांगो को लेकर कई बार बीजेपी सरकार में सीएम से मिले, लेकिन सरकार ने उन्हें चंबा के दूरदराज क्षेत्र में ट्रांसफर कर दिया. (Himachal Rajkiya Adhyapak Sangh) (Virender Chauhan press conferences in shimla)
राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कर्मचारियों की आवाज उठाने वालों को भाजपा सरकार में प्रताड़ित किया गया. शिक्षा विभाग में कई अनियमितताएं चल रही हैं. सरकार ने पूर्व सरकार के निर्णयों को रिव्यू करने का फैसला लिया है. जिससे सच्चाई सामने आएगी.
वीरेंद्र चौहान ने कहा कि उनका संगठन हमेशा से कर्मचारियों की आवाज उठाता रहेगा. संगठन इसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर से मंगलवार को मिले हैं. सरकार को उनके किए वादों को याद कराया गया है. उन्होंने कहा कि सीएम ने उन्हें हर वादे को समय रहते पूरा करने का भी आश्वासन दिया है.
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