शिमला: हिमाचल प्रदेश पुलिस अब हाईटेक हो गई है. प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हिमाचल पुलिस को नए बुलेट दिए गए हैं. जहां पहले पुलिस को प्रदेश में ट्रैफिक नियंत्रण से लेकर इलाकों में गश्त लगाने के लिए भागदौड़ करनी पड़ती थी. वहीं. अब पुलिस जवान बुलेट पर सवार होकर आसानी से गश्त कर सकेंगे. जिससे प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी.
![Himachal Pradesh Police Hitech Bullet](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-12-2023/20302298_3.jpg)
प्रदेश में सड़क सुरक्षा नियमों को लागू करने एवं आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने के लिए विश्व बैंक स्पॉन्सर्ड योजना के तहत हिमाचल पुलिस को 25 एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल 350 सीसी के प्रदान किए गए. पहले चरण में यह योजना शिमला एवं नूरपुर पुलिस जिले में चलाई जा रही है. सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए शिमला और नूरपुर में पुलिस को गश्त करने के लिए बुलेट और अन्य आधुनिक इक्विपमेंट्स प्रदान किए जा रहे हैं.
![Himachal Pradesh Police Hitech Bullet](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-12-2023/20302298_2.jpg)
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टीटीर नरवीर सिंह राठौड़ ने बताया कि हिमाचल पुलिस हमेशा आपातकालीन स्थिति में फर्स्ट रिस्पांडर के तौर पर कार्य करती है. आज के दौर में टेक्नोलॉजी के विस्तार से अपराध में बदलाव आया है. ऐसे में अपराधियों को ट्रेस करने और आपराधिक मामलों को हल करने में काफी मुश्किल आती है. जिसमें आधुनिक टेक्नोलॉजी एवं संसाधन कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. जिससे समाज में कानून का राज स्थापित करने में सफलता मिलती है.
![Himachal Pradesh Police Hitech Bullet](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-12-2023/20302298_1.jpg)
एएसपी टीटीर नरवीर सिंह राठौड़ ने बताया कि हिमाचल पुलिस अपराध की रोकथाम के लिए अपराध के जोखिम का पूर्वाभास करना, पहचान करना और मूल्यांकन करना और इसे खत्म करने या कम करने के उपायों को अपनाती है. हिमाचल पुलिस प्रदेश में रोड सेफ्टी रूल्स को लागू करने के लिए संवेदनशील एवं कृतसंकल्प है. जिसके फलस्वरूप साल 2023 में सड़क हादसों और मौत के आंकड़ों में कमी आई है. उन्होंने कहा कि हिमाचल पुलिस विभाग को 25 बुलेट मोटरसाइकिल 350 सीसी के मिले हैं, जो कि ट्रैफिक नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने में मील का पत्थर साबित होंगे.
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