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देश में बागवानी का सिरमौर बना हिमाचल, दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने दिया सम्मान - हिमाचल को बेस्ट स्टेट इन हॉर्टिकल्चर पुरस्कार

Horticulture Award Himachal: बागवानी क्षेत्र में बेहतरीन काम करने के लिए हिमाचल प्रदेश को बेस्ट स्टेट इन हार्टिकल्चर पुरस्कार प्राप्त हुआ है. केंद्रीय कृषि किसान कल्याण और जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा के हाथों से सचिव (उद्यान) सी. पॉलरासु ने सम्मान प्राप्त किया. पढ़ें पूरी खबर...

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बागवानी क्षेत्र में बेहतरीन काम करने के लिए हिमाचल प्रदेश को बेस्ट स्टेट इन हार्टिकल्चर पुरस्कार प्राप्त हुआ है.
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 22, 2023, 6:09 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ बागवानी राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. हिमाचल ने सभी बागवानी राज्यों को पछाड़ते हुए इस पुरस्कार को हासिल किया. केंद्रीय कृषि किसान कल्याण और जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा के हाथों से सचिव (उद्यान) सी. पॉलरासु ने सम्मान प्राप्त किया. प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ बागवानी राज्य पुरस्कार सरकार की नई पहल जैसे कि बागवानों को व्यक्तिगत दृष्टिकोण से क्लस्टर एप्रोच को अपनाते हुए उच्च घनत्व बागवानी के लिए मिला है. प्रदेश में चल रही दो बाहय वित्त पोषित योजनाओं एचपीएचडीपी तथा एचपीशिवा के माध्यम से ऐसे क्षेत्रों को विकसित करने की प्राथमिकता दी गई है, जहां अभी तक फल उत्पादन न के बराबर होता था. ताकि किसानों को घर बैठे आजीविका के अवसर उपलब्ध हो सके.

बागवानी नीति अपनाने वाला हिमाचल पहला राज्य: प्रदेश में सहकार से समृद्धि विजन के अन्तर्गत लघु व सीमान्त किसानों को कलस्टर समूह के स्तर पर सामुदायिक बागवानी उत्पादन एवं विपणन सहकारी समितियों में संगठित किया गया है. जिसके तहत 79 कृषक उत्पाद कम्पनीज (FPC) एवं कृषक उत्पाद संगठन (FPO) स्थापित किए गए हैं. ताकि किसान-बागवानों को अपने उत्पाद का सही मुल्य प्राप्त हो सके. इसके अतिरिक्त प्रदेश के लिए बागवानी विकास रणनीति तथा नियोजन कार्ययोजना 2023-2032 तैयार की गई है. जिससे कि आवश्यकता के अनुरुप विभिन्न अवसंरचनाओं व ढांचागत सुविधाओं को तैयार किया जा सके. राज्य के लिए बागवानी नीति का प्रारूप भी तैयार किया गया है. देश में बागवानी नीति अपनाने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य होगा.

उन्नत किस्मों से आय में वृद्धि: वर्ष 2023 में एकीकृत बागवानी विकास योजना के तहत फ्रंट लाईन प्रदर्शनों के माध्यम से प्रोद्यौगिकी प्रसार को अपनाकर डैगन फूट, कीवी जैसी नई फल फसलों की शुरुआत की गई है. जिससे कि बागवान नई व उन्नत किस्मों को अपनाकर आय में वृद्धि कर सके. वहीं प्रदेश सरकार ने सभी मंडियों में सेब व अन्य फलों को किलो के हिसाब से बेचने का निर्णय लिया है. इसके अतिरिक्त सरकार ने प्रधानमन्त्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत सेब, आम, आडू, प्लम, नींबू प्रजातीय फल की बीमा राशि बढ़ाई गई है. जिसमें फसलों को नुकसान होने पर दुगना मुआवजा मिलेगा. इसके अलावा लीची, अनार व अमरुद को भी इस साल बीमा में शामिल किया गया है.

मुख्यमंत्री और बागवानी मंत्री ने दी बधाई: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने हिमाचल को सर्वश्रेष्ट बागवानी राज्य का पुरस्कार प्राप्त करने पर बागवानी विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों सहित बागवानों को बधाई दी है. वहीं, बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार ने बागवानी क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर बागवानो को सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश में बागवानी की दशा और दिशा बदलने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- HP Assembly Winter Session: बेरोजगारी के मुद्दे पर नारेबाजी कर विपक्ष ने किया वॉकआउट

शिमला: हिमाचल प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ बागवानी राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. हिमाचल ने सभी बागवानी राज्यों को पछाड़ते हुए इस पुरस्कार को हासिल किया. केंद्रीय कृषि किसान कल्याण और जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा के हाथों से सचिव (उद्यान) सी. पॉलरासु ने सम्मान प्राप्त किया. प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ बागवानी राज्य पुरस्कार सरकार की नई पहल जैसे कि बागवानों को व्यक्तिगत दृष्टिकोण से क्लस्टर एप्रोच को अपनाते हुए उच्च घनत्व बागवानी के लिए मिला है. प्रदेश में चल रही दो बाहय वित्त पोषित योजनाओं एचपीएचडीपी तथा एचपीशिवा के माध्यम से ऐसे क्षेत्रों को विकसित करने की प्राथमिकता दी गई है, जहां अभी तक फल उत्पादन न के बराबर होता था. ताकि किसानों को घर बैठे आजीविका के अवसर उपलब्ध हो सके.

बागवानी नीति अपनाने वाला हिमाचल पहला राज्य: प्रदेश में सहकार से समृद्धि विजन के अन्तर्गत लघु व सीमान्त किसानों को कलस्टर समूह के स्तर पर सामुदायिक बागवानी उत्पादन एवं विपणन सहकारी समितियों में संगठित किया गया है. जिसके तहत 79 कृषक उत्पाद कम्पनीज (FPC) एवं कृषक उत्पाद संगठन (FPO) स्थापित किए गए हैं. ताकि किसान-बागवानों को अपने उत्पाद का सही मुल्य प्राप्त हो सके. इसके अतिरिक्त प्रदेश के लिए बागवानी विकास रणनीति तथा नियोजन कार्ययोजना 2023-2032 तैयार की गई है. जिससे कि आवश्यकता के अनुरुप विभिन्न अवसंरचनाओं व ढांचागत सुविधाओं को तैयार किया जा सके. राज्य के लिए बागवानी नीति का प्रारूप भी तैयार किया गया है. देश में बागवानी नीति अपनाने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य होगा.

उन्नत किस्मों से आय में वृद्धि: वर्ष 2023 में एकीकृत बागवानी विकास योजना के तहत फ्रंट लाईन प्रदर्शनों के माध्यम से प्रोद्यौगिकी प्रसार को अपनाकर डैगन फूट, कीवी जैसी नई फल फसलों की शुरुआत की गई है. जिससे कि बागवान नई व उन्नत किस्मों को अपनाकर आय में वृद्धि कर सके. वहीं प्रदेश सरकार ने सभी मंडियों में सेब व अन्य फलों को किलो के हिसाब से बेचने का निर्णय लिया है. इसके अतिरिक्त सरकार ने प्रधानमन्त्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत सेब, आम, आडू, प्लम, नींबू प्रजातीय फल की बीमा राशि बढ़ाई गई है. जिसमें फसलों को नुकसान होने पर दुगना मुआवजा मिलेगा. इसके अलावा लीची, अनार व अमरुद को भी इस साल बीमा में शामिल किया गया है.

मुख्यमंत्री और बागवानी मंत्री ने दी बधाई: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने हिमाचल को सर्वश्रेष्ट बागवानी राज्य का पुरस्कार प्राप्त करने पर बागवानी विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों सहित बागवानों को बधाई दी है. वहीं, बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार ने बागवानी क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर बागवानो को सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश में बागवानी की दशा और दिशा बदलने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा.

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