शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र के सातवें दिन विपक्ष ने दूसरी बार सदन से वॉकआउट किया. राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जवाब दे रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री के जवाब से विपक्ष संतुष्ट नजर आया और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी जिसके बाद सदन से वॉकआउट कर बाहर चले गए .
विपक्ष ने आरोप लगया की राज्यपाल का अभिभाषण राजनीति से प्रेरित है और मुख्यमंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं. सतापक्ष विपक्ष की बात सुनना नही चाहता है. सरकार से विपक्ष ने जो सवाल पूछे थे उसका कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने अभिभाषण में सही आंकड़े पेश नहीं किए अभिभाषण में कई योजनाओं का सरकार ने जिक्र किया है, लेकिन इन योजनाओं के लिए सरकार के पास पैसा है या नहीं इस पर सरकार खामोश है.
सरकार दो साल में दस हजार करोड़ का कर्ज ले चुकी है. प्रदेश में 69 एनएच के बड़े बड़े दावे किए गए, लेकिन जमीन पर कुछ नजर नही आ रहा है. सरकार ने बजट भाषण में लिखा था कि फोर लाइन प्रभावितों को चार गुना मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन वो किसी को नहीं मिला है.
सरकार कोई नया स्कुल अस्पताल नहीं बना पाई, स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट ठप पड़े है. सरकार ने 54 हजार ट्रांसफर कर दी है. मुकेश ने कहा दिल्ली की सरकार बैंक हवाई सेवा बेच रही है और ये सरकार हिमाचल में जमीन बेच रही और होटल बेचने पर तुली है.
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