शिमला: हिमाचल पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है. पुलिस में कांस्टेबल के 1 हजार 63 पदों के लिए 38 हजार 214 उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा दी थी, लेकिन इस परीक्षा में 12 हजार 705 उम्मीदवार ही पास हुए हैं.
पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा में उर्तीण हुए उम्मीदवारों में 10 हजार 122 पुरूष उम्मीदवार, 2 हजार 477 महिला उम्मीदवार और 106 चालक उर्तीण घोषित किए गए हैं. लिखित परिक्षा में उर्तीण घोषित किए गए उम्मीदवारों के अब पर्सनालिटी टेस्ट लिए जाएंगे. पर्सनलिटी टेस्ट 15 अंकों का होगा.
कांस्टेबल के पदों पर मेरिट के आधार पर उम्मीदवारों का कांस्टेबल के पदों पर मेरिट के आधार पर उम्मीदवारों का अंतिम चयन किया जाएगा. पुलिस महकमे ने लिखित परीक्षा के परिणाम को संबंधित जिला को भेज दिया है. पुलिस प्रशासन की तरफ से सभी जिला के पुलिस अधिक्षक को कहा गया है कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर नोटिस बोर्ड पर दिखाया जाए.
बता दें कि इससे पहले 11 अगस्त को कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा करवाई गई थी. इस दौरान जिला कांगड़ा के एक परीक्षा केंद्र में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था. ऐसे में सरकार ने भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी. इसके बाद पुलिस विभाग ने पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा बीते 8 सितंबर को 40 परीक्षा केंद्रों के 736 परीक्षा हॉल में ली गई थी.
लिखित परीक्षा में पहले की तरह पेपर सॉल्वर न बैठे इसलिए पेपर सॉल्वर पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे और हाईटेक नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्रो में जैमर लगाए गए थे. यही नहीं परीक्षा हॉल की गतिविधि पर नजर रखने के लिए वीडिय़ोग्राफी भी की गई.
लिखित परीक्षा के दौरान पुलिस ने पेपर देने आए अभ्यर्थियों की परीक्षा केंद्रों के बाहर कड़ी चेकिंग की. यहां तक अयर्थियों के ताबीज, कड़े, बेल्ट, चश्मे, जूते तक उतरवा दिए गए. साथ ही बैग, मोबाइल फोन, कैल्कुलेटर, घड़ी समेत किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गजट को परीक्षा हॉल में ले जाने नहीं दिया गया.
परीक्षा केंद्र के मुख्य गेट से अपनी सीट तक आने के दौरान परीक्षार्थी की दो बार सघन तलाशी ली गई थी. सभी परीक्षा केंद्रों में व्यापक संख्या में पुलिस बल की तैनात की गई थी. इसके साथ ही परीक्षा के दौरान स्टाफ सेलेक्शन कमीशन और एचपी पब्लिक सर्विस कमीशन के मानकों को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों की ड्यूटियां लगाई गई. हर परीक्षार्थी के दस्तावेज खंगालने के बाद ही उनको परीक्षा केंद्रों में प्रवेश करने दिया गया था.