शिमला: हिमाचल प्रदेश पुलिस के ट्रैफिक टूरिस्ट एवं रेलवे विभाग द्वारा सड़क वाहन हादसों में तुरंत एवं प्रभावी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए 5 हाइड्रोलिक कटर एवं स्प्रेडर की खरीद की गई है. अत्याधुनिक उपकरण सभी पुलिस रेंज को दिए जाएंगे, ताकि उसका उपयोग उन पुलिस रेंज के अंतर्गत जिलों में हो रही वाहन दुर्घटनाओं के बाद फंसे हुए लोगों को बाहर निकालकर उनकी जान बचाई जा सके.
2 मिनट में बचाई जा सकेगी जान: यह जानकारी एएसपी टीटीआर नरवीर सिंह राठौर ने दी. उन्होंने बताया कि इस के माध्यम से 2 मिनट से भी कम समय में किसी भी वाहन के अंदर प्रवेश किया जा सकता है. एवं वाहन के नीचे फंसे हुए व्यक्ति को बाहर निकालकर उसकी जान बचाई जा सकती है. इसी कारण इस उपकरण को जॉंज ऑफ लाइफ भी कहा जाता है, क्योंकि इसका उपयोग पीड़ित एवं घायल व्यक्तियों की जान बचाने के लिए सकारात्मक रूप में किया जा सकता है.
आरी में कई कमियां: उन्होंने कहा कि बचाव दल अक्सर वाहन से घायल एवं पीड़ित व्यक्ति को निकालने के लिए गोलाकार आरी का इस्तेमाल करते थे , लेकिन इनमें कई कमियां थी. आरी चिंगारी पैदा कर सकती है , जिससे आग लग सकती है, तेज आवाज हो सकती है, पीड़ित को तनाव हो सकता है.हाइड्रोलिक स्प्रेडर-कटर शांत, तेज, मजबूत है ये वाहन को काट सकता है. इसके अलावा खोल और उठा भी सकता है.
ठियोग में ज्यादा हादसे: बता दें कि हिमाचल में आए दिन सड़क दुर्घटना हो रही ,जिसमें मासूम लोगों की जान जा रही है. हिमाचल में अधिकतर सड़क हादसे तेज रफ्तार और नशे में गाड़ी चलाने से होते हैं.राजधानी शिमला के उपमंडल ठियोग में सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं. हिमाचल प्रदेश इन्हीं सड़क हादसों को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चला रही हैं.
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