शिमला: हिमाचल में चुनावों को ध्यान में रखकर बिना बजट प्रावधान के खोले गए संस्थानों, दफ्तरों को सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने बंद करने के आदेश दिए हैं. बिजली बोर्डों ने सरकार के आदेशों पर अमल करते हुए 32 दफ्तरों को डिनोटीफाई कर दिया (Himachal government denotified 32 offices of HPSEB ) है. इसमें पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के जंजैहली क्षेत्र के थुनाग में खोला गया डिवीजन और पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के क्षेत्र धर्मपुर में खोला गया आपरेशन सर्कल भी शामिल हैं. बिजली बोर्ड के मुताबिक इन दफ्तरों के लिए न तो बजट का प्रावधान किया गया था और न ही इनकी जरूरत थी. महज चुनावों को देखते हुए सरकार के आदेशों का पालन करते हुए बिजली बोर्ड ने यह दफ्तर खोल दिए थे.
ये दफ्तर किए डिनोटिफाई: बिजली बोर्ड ने जिन 32 दफ्तरों को डिनोटिफाई किया है, उनमें तीन ऑपरेशन सर्कल, 12 डिवीजन और 17 सब डिवीजन शामिल हैं. जो ऑपरेशन सर्कल बंद किए गए हैं उनमें धर्मपुर, नूरपर और भवारना शामिल हैं. 12 इलेक्ट्रिक डिवीजन (ईडी) बंद होने वालों में शिलाई, सराहां, संगढ़ाह, सुजानपुर, थुनाग, नागनी में दावी-मरहू मुंडी, भाबानगर, तिस्सा, हरोली, बाथाहर बंजार, थानाकलां, भोरंज शामिल हैं.(Electricity board offices denotified mandi)
डिनोटिफाई होने वाले 17 सब डिवीजनों में शिलाई ईडी के अधीन कोफ्टा, पांवटा साहिब के तहत संतोषगढ़, राजगढ़ ईडी के तहत चंदोल, सोलन ईडी के चायल, संगड़ाहा ईडी के तहत संगड़ाहा, हरिपुरधार, शिमला ईडी के तहत शोघी, सुजानपुर ईडी के तहत जंगलबेरी और छबुट्टा, थुनाग ईडी के तहत थुनाग, बागाचनोगी, तीरा ईडी के तहत नकरोड, रामपुर ईडी के तहत निरथ, भोरंज के ईडी लदरौर, ईडी घुमारवीं के तहत जेजवीन शामिल हैं.
कर्मचारियों ने सरकार के फैसले को सराहा: बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के इस फैसले को सराहा है. हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड़ इम्प्लॉइज यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा व महासचिव हीरा लाल वर्मा ने प्रदेश सरकार द्वारा चुनाव से पहले बिजली बोर्ड में राजनीतिक दृष्टिकोण से खोले गए कार्यालयों को डिनोटिफाइ करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया है.
यूनियन के महासचिव हीरालाल वर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड में चुनावों से पहले पिछ्ली सरकार द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए 3 आपरेशन सर्कल, 12 डिविजन, 17 सब डिविजन खोले गए, जिनकी अन्यथा बोर्ड में जरूरत ही नहीं थी. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के अभाव के चलते इन कार्यालयों के खोलने से उपभोक्ताओं को दी जा रही सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही थी.(HPSEB electrical divisions denotified).
कर्मचारियों नेताओं ने कहा कि आज जहां बिजली बोर्ड बड़े वितीय संकट से गुजर रहा है, बहीं बिजली बोर्ड कर्मचारियों की भारी कमी से जुझ रहा है, ऐसे में इन कार्यालयों के खोलने से बोर्ड की वितीय स्थिति और बिगड़नी थी. इन 32 कार्यालयों को डिनोटिफाई करने से बिजली बोर्ड को बहुत बड़ी राहत मिलेगी. ऐसे में सरकार के इस फैसले का कर्मचारी स्वागत करते हैं.
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