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नल से जल की गुणवत्ता में देशभर में हिमाचल को पहला स्थान

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Published : Feb 21, 2022, 10:56 AM IST

Updated : Feb 21, 2022, 2:01 PM IST

जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission in Himachal) केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है. इसके तहत हर घर नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. भाजपा सरकार के प्रयासों से नल से जल की गुणवत्ता (quality of water from tap) में देशभर में हिमाचल ने पहला स्थान हासिल किया है.

Himachal got first place in quality of water from tap
नल से जल की गुणवत्ता में हिमाचल प्रथम.

शिमला: दुनिया में शायद ही कोई ऐसी जगह हो जहां गर्मियों के दौरान पानी की किल्लत ना होती हो. आज भी कई घर ऐसे हैं जहां पानी का नल नहीं पहुंचा है. पानी की किल्लत के मामले में हिमाचल प्रदेश भी अछूता नहीं है. प्रदेश के अनेक हिस्सों से गर्मियों के मौसम में पेयजल की किल्लत होती है. हालांकि हर घर नल होने के मामले में हिमाचल नई इबारत लिख रहा है. इसके साथ ही भाजपा सरकार के प्रयासों से नल से जल की गुणवत्ता (quality of water from tap) में देशभर में हिमाचल को प्रथम आंका गया है.

हिमाचल में लगे रिकॉर्डतोड़ नल- बता दें कि केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के अंतर्गत हिमाचल में गत 2 वर्षों में 8.27 लाख घरों को पेयजल कनेक्शन वितरित किये गए हैं. इस योजना के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने के मामले में हिमाचल का प्रदर्शन शानदार रहा है. जल शक्ति विभाग ने पिछले दो वर्षों में 7.93 लाख घरों को नल से शुद्ध जल उपलब्ध करवाया गया, जो पिछले 72 वर्षों में लगे 7.63 लाख नलों से अधिक है.

Himachal got first place in quality of water from tap
नल से जल की गुणवत्ता में हिमाचल प्रथम.

हिमाचल में जल जीवन मिशन- केंद्र सरकार की इस योजना (Jal Jeevan Mission in Himachal ) का लक्ष्य पेयजल की समस्या को दूर करना है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की इस योजना के तहत देश के हर घर नल से पेयजल पहुंचाने (Tap water connection to every household) की योजना है. 15 अगस्त 2019 को पीएम मोदी ने इस मिशन की शुरुआत की थी. जिसके कार्यान्वयन के लिए 3.50 लाख करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है. इस योजना के तहत शहरी औऱ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को पानी की सुविधा उपलब्ध करवाना है.

पानी की शुद्धता का भी रखा जा रहा ध्यान: हिमाचल में इस मिशन के तहत प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पानी दिया जाना सुनिश्चित किया गया है. जल शक्ति विभाग का ध्यान उचित मात्रा में जल उपलब्ध करवाने के साथ साथ शुद्ध जल उपलब्ध कराने पर भी है. शुद्ध जल देने की दिशा में जल शक्ति विभाग द्वारा 14 जिला स्तरीय व 42 उप-मंडल स्तरीय जल परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही हैं, जिनमें से 37 प्रयोगशालाओं को राष्ट्रीय मानकों के आधार पर एन.ए.बी.एल. से प्रमाणिकता मिल चुकी है. इसके साथ एक राज्य स्तरीय प्रयोगशाला भी स्थापित की जा रही है, जिसमें जल नमूनों के राष्ट्रीय ब्यूरो मानक के हिसाब से सभी भौतिक रसायनिक व जीवाणु परीक्षण किए जाएंगे, जो शुद्ध जल की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा.

ये भी पढ़ें: प्राकृतिक खेती से 'मोटा' मुनाफा कमा रहे हैं सिरमौर के नरोत्तम, आप भी उठा सकते हैं इस योजना का लाभ

शिमला: दुनिया में शायद ही कोई ऐसी जगह हो जहां गर्मियों के दौरान पानी की किल्लत ना होती हो. आज भी कई घर ऐसे हैं जहां पानी का नल नहीं पहुंचा है. पानी की किल्लत के मामले में हिमाचल प्रदेश भी अछूता नहीं है. प्रदेश के अनेक हिस्सों से गर्मियों के मौसम में पेयजल की किल्लत होती है. हालांकि हर घर नल होने के मामले में हिमाचल नई इबारत लिख रहा है. इसके साथ ही भाजपा सरकार के प्रयासों से नल से जल की गुणवत्ता (quality of water from tap) में देशभर में हिमाचल को प्रथम आंका गया है.

हिमाचल में लगे रिकॉर्डतोड़ नल- बता दें कि केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के अंतर्गत हिमाचल में गत 2 वर्षों में 8.27 लाख घरों को पेयजल कनेक्शन वितरित किये गए हैं. इस योजना के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने के मामले में हिमाचल का प्रदर्शन शानदार रहा है. जल शक्ति विभाग ने पिछले दो वर्षों में 7.93 लाख घरों को नल से शुद्ध जल उपलब्ध करवाया गया, जो पिछले 72 वर्षों में लगे 7.63 लाख नलों से अधिक है.

Himachal got first place in quality of water from tap
नल से जल की गुणवत्ता में हिमाचल प्रथम.

हिमाचल में जल जीवन मिशन- केंद्र सरकार की इस योजना (Jal Jeevan Mission in Himachal ) का लक्ष्य पेयजल की समस्या को दूर करना है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की इस योजना के तहत देश के हर घर नल से पेयजल पहुंचाने (Tap water connection to every household) की योजना है. 15 अगस्त 2019 को पीएम मोदी ने इस मिशन की शुरुआत की थी. जिसके कार्यान्वयन के लिए 3.50 लाख करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है. इस योजना के तहत शहरी औऱ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को पानी की सुविधा उपलब्ध करवाना है.

पानी की शुद्धता का भी रखा जा रहा ध्यान: हिमाचल में इस मिशन के तहत प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पानी दिया जाना सुनिश्चित किया गया है. जल शक्ति विभाग का ध्यान उचित मात्रा में जल उपलब्ध करवाने के साथ साथ शुद्ध जल उपलब्ध कराने पर भी है. शुद्ध जल देने की दिशा में जल शक्ति विभाग द्वारा 14 जिला स्तरीय व 42 उप-मंडल स्तरीय जल परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही हैं, जिनमें से 37 प्रयोगशालाओं को राष्ट्रीय मानकों के आधार पर एन.ए.बी.एल. से प्रमाणिकता मिल चुकी है. इसके साथ एक राज्य स्तरीय प्रयोगशाला भी स्थापित की जा रही है, जिसमें जल नमूनों के राष्ट्रीय ब्यूरो मानक के हिसाब से सभी भौतिक रसायनिक व जीवाणु परीक्षण किए जाएंगे, जो शुद्ध जल की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा.

ये भी पढ़ें: प्राकृतिक खेती से 'मोटा' मुनाफा कमा रहे हैं सिरमौर के नरोत्तम, आप भी उठा सकते हैं इस योजना का लाभ

Last Updated : Feb 21, 2022, 2:01 PM IST
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