शिमलाः प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और कैबिनेट सब कमेटी के अध्यक्ष महेंद्र सिंह को कुछ आवश्यक कदम उठाने के लिए सुझाव पत्र सौंपते हुए इसपर अमल करने की बात कही. भाजपा पदाधिकारियों के साथ सरकार को सौंपे इस सुझाव पत्र के माध्यम से बिंदल ने मांग रखी है कि किसान व बागवान प्रदेश की रीढ़ की हड्डी है, उन्हें बल देने के लिए प्रदेश सरकार कदम उठाए.
हिमाचल प्रदेश का मजदूर कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. मजदूर को फिर स्थापित करने के लिए भी उचित प्रयास करने होंगे. उद्योगों की चिंता करते हुए बिंदल ने मांग रखी कि उद्योगों को मजबूत करने के लिए हमें चंद काम करने होंगे. हिमाचल में ऑनलाइन सामान मंगवाया जाता है, उसे बंद करना चाहिए. यदि ऑनलाइन व्यापार शुरू होता है, तो उस पर 5 से 10 प्रतिशत कोरोना सेस टैक्स लगाना चाहिए.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बिंदल ने प्रश्न उठाया कि लिए प्रदेश स्तर पर फैसले लिए जाना चाहिए. पूरे प्रदेश के हर जिला में अलग-अलग कानून चलाए जा रहे हैं और जिलाधीशों की मर्जी से नियम बनाए जा रहे हैं. प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाई जानी चाहिए ताकि उद्योग, व्यापार, आवागमन बढ़े. वाहनों की आवाजाही पर प्रदेश के अंदर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में खैरों का कटान काफी समय से रूका पड़ा है. उसमें पूरे प्रदेश में तुरंत खैर कटान की अनुमति देनी चाहिए जिससे किसान और सरकार दोनों की आय बढ़ेगी.
बिंदल ने कहा कि शराब पर एक्साइज डयूटी बढ़ाई जाए. सरकार की आय बढ़ाने के लिए शराब की बोतल पर अधिक से अधिक एक्साइज की बढ़ोतरी करनी चाहिए. अपने पड़ोसी राज्यों से बात करके शराब के रेट बराबर बढ़ाने चाहिए ताकि स्मगलिंग को रोका जा सके.
शराब की स्मगलिंग बॉर्डर के जिलों में बड़ी मात्रा में होती है. इसे सख्ती से रोके और शराब स्मगलिंग को गैर जमानती अपराध की श्रेणी में रखें.
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