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कुलदीप सिंह पठानिया के मन में था विधानसभा अध्यक्ष बनने का चाव, छह साल पहले देखा सपना हुआ साकार

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Published : Jan 5, 2023, 4:42 PM IST

कुलदीप सिंह पठानिया को हिमाचल विधानसभा का अध्यक्ष बनाया गया है. उन्होंने साल 2017 में विधानसभा अध्यक्ष बनने की ख्वाहिश जताई थी. बता दें कि उनके विधानसभा अध्यक्ष बनने से भटियात व जिला चंबा के लोगों में खुशी की लहर है. वहीं, शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह ने भी उन्हें बधाई दी है. (Himachal Assembly Speaker Kuldeep Singh Pathania)

Himachal Assembly Speaker Kuldeep Singh Pathania.
हिमाचल विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया.

धर्मशाला: उच्च शिक्षित राजनेता कुलदीप सिंह पठानिया अब हिमाचल विधानसभा के अध्यक्ष हैं. पठानिया के मन में इस गरिमापूर्ण आसन को संभालने की इच्छा वर्ष 2017 में जगी थी. कुलदीप पठानिया पांचवीं बार चुनाव जीते हैं. दो बार वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विजयी हुए. वर्ष 2017 में उनके मन में विधानसभा अध्यक्ष का गरिमामयी आसन ग्रहण करने का ख्याल आया था, लेकिन वे तब चुनाव हार गए थे. इस बार वे पांचवीं दफा चुनाव जीते और संयोग से उन्हें ये पद मिल गया. (Himachal Assembly Speaker Kuldeep Singh Pathania)

कानून की पृष्ठभूमि वाले राजनेता कुलदीप पठानिया भी विधानसभा अध्यक्ष बन कर खुश दिखाई दिए. कुलदीप पठानिया के आकांक्षी जिला चंबा से इस पद पर पहुंचने से भटियात व जिला चंबा के लोगों में खुशी की लहर है. कुलदीप पठानिया की इस इच्छा का किस्सा दरअसल यूं है. इन दिनों हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है. सत्र में सदन की कार्यवाही के दौरान मंडी सदर से भाजपा टिकट पर चुने गए विधायक अनिल शर्मा ने किस्सा साझा करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में वे और कुलदीप सिंह पठानिया किसी कार्यवश दिल्ली में थे. (Himachal Pradesh Assembly Speaker)

Himachal Assembly Speaker Kuldeep Singh Pathania.
विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को दी बधाई.

उस दौरान आपसी चर्चा में पठानिया ने विधानसभा अध्यक्ष बनने की ख्वाहिश जाहिर की थी. तब पठानिया ने कहा था कि अगर सरकार आई तो वह विधानसभा अध्यक्ष बनेंगे, लेकिन 2017 में भाजपा सत्ता में आई. यही नहीं, पठानिया भी भटियात से विक्रम जरियाल से चुनाव हार गए थे. खैर, इस चुनाव में उनकी ये इच्छा पूरी हुई है. हालांकि कुलदीप सिंह पठानिया के पास कैबिनेट मंत्री बनने का विकल्प भी मौजूद था. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी और शिलाई विधानसभा क्षेत्र के विधायक हर्षवर्धन चौहान ने सदन में कहा कि कुलदीप सिंह पठानिया के सामने मंत्री पद और अध्यक्ष पद का विकल्प खुला रखा गया था, लेकिन पठानिया ने अपनी इच्छा से विधानसभा अध्यक्ष के पद को चुना है.

हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष का पद एक गरिमापूर्ण पद है. सदन को भरोसा है कि कुलदीप पठानिया निष्ठा के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे. सुलह से बीजेपी विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि विधानसभा के अध्यक्ष की अलग गरिमा है. परमार ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष न केवल प्रोटोकॉल में बड़े हैं बल्कि वे जनता के आवाज बनकर सदन में पहुंचे विधायकों को मुद्दा उठाने के लिए निष्पक्ष रूप से समय देते हैं. इसलिए विधानसभा अध्यक्ष खुद सीधे तौर पर जनता के मुद्दों के साथ खुद भी जुड़े हैं.

तपोवन का सारा साल उपयोग सुनिश्चित हो: विक्रमादित्य सिंह- दूसरी बार शिमला ग्रामीण सीट से चुनाव जीते विक्रमादित्य सिंह ने सदन में कहा कि विधानसभा के तपोवन भवन का सारा साल उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को अध्यक्ष पद पर आसीन होने की बधाई देते हुए विक्रमादित्य सिंह ने ये बात कही. उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बीबीएल बुटेल भी यही चाहते थे कि तपोवन का केवल शीतकालीन सत्र के लिए ही इस्तेमाल न हो. (Vikramaditya Singh on Kuldeep Singh Pathania)

साल भर में केवल चंद दिनों के लिए ही इस विशाल भवन का सत्र के दौरान उपयोग होता है. कुछ ऐसा किया जाना चाहिए कि इस भवन का उपयोग हो सके. उल्लेखनीय है कि ये भवन पूर्व में वीरभद्र सिंह सरकार के समय में बना था. हिमाचल में वीरभद्र सिंह सरकार के समय फरवरी 2006 में तपोवन बना था. यहां विधानसभा का शीतकालीन सत्र आयोजित किया जाता है. वीरभद्र सिंह सरकार के समय ही धर्मशाला को हिमाचल की विंटर कैपिटल भी बनाया गया था. (Kuldeep Pathania 16th Speaker Himachal Assembly)

ये भी पढ़ें: विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया बोले: बिना किसी भेदभाव निभाएंगे अपने दायित्व

धर्मशाला: उच्च शिक्षित राजनेता कुलदीप सिंह पठानिया अब हिमाचल विधानसभा के अध्यक्ष हैं. पठानिया के मन में इस गरिमापूर्ण आसन को संभालने की इच्छा वर्ष 2017 में जगी थी. कुलदीप पठानिया पांचवीं बार चुनाव जीते हैं. दो बार वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विजयी हुए. वर्ष 2017 में उनके मन में विधानसभा अध्यक्ष का गरिमामयी आसन ग्रहण करने का ख्याल आया था, लेकिन वे तब चुनाव हार गए थे. इस बार वे पांचवीं दफा चुनाव जीते और संयोग से उन्हें ये पद मिल गया. (Himachal Assembly Speaker Kuldeep Singh Pathania)

कानून की पृष्ठभूमि वाले राजनेता कुलदीप पठानिया भी विधानसभा अध्यक्ष बन कर खुश दिखाई दिए. कुलदीप पठानिया के आकांक्षी जिला चंबा से इस पद पर पहुंचने से भटियात व जिला चंबा के लोगों में खुशी की लहर है. कुलदीप पठानिया की इस इच्छा का किस्सा दरअसल यूं है. इन दिनों हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है. सत्र में सदन की कार्यवाही के दौरान मंडी सदर से भाजपा टिकट पर चुने गए विधायक अनिल शर्मा ने किस्सा साझा करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में वे और कुलदीप सिंह पठानिया किसी कार्यवश दिल्ली में थे. (Himachal Pradesh Assembly Speaker)

Himachal Assembly Speaker Kuldeep Singh Pathania.
विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को दी बधाई.

उस दौरान आपसी चर्चा में पठानिया ने विधानसभा अध्यक्ष बनने की ख्वाहिश जाहिर की थी. तब पठानिया ने कहा था कि अगर सरकार आई तो वह विधानसभा अध्यक्ष बनेंगे, लेकिन 2017 में भाजपा सत्ता में आई. यही नहीं, पठानिया भी भटियात से विक्रम जरियाल से चुनाव हार गए थे. खैर, इस चुनाव में उनकी ये इच्छा पूरी हुई है. हालांकि कुलदीप सिंह पठानिया के पास कैबिनेट मंत्री बनने का विकल्प भी मौजूद था. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी और शिलाई विधानसभा क्षेत्र के विधायक हर्षवर्धन चौहान ने सदन में कहा कि कुलदीप सिंह पठानिया के सामने मंत्री पद और अध्यक्ष पद का विकल्प खुला रखा गया था, लेकिन पठानिया ने अपनी इच्छा से विधानसभा अध्यक्ष के पद को चुना है.

हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष का पद एक गरिमापूर्ण पद है. सदन को भरोसा है कि कुलदीप पठानिया निष्ठा के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे. सुलह से बीजेपी विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि विधानसभा के अध्यक्ष की अलग गरिमा है. परमार ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष न केवल प्रोटोकॉल में बड़े हैं बल्कि वे जनता के आवाज बनकर सदन में पहुंचे विधायकों को मुद्दा उठाने के लिए निष्पक्ष रूप से समय देते हैं. इसलिए विधानसभा अध्यक्ष खुद सीधे तौर पर जनता के मुद्दों के साथ खुद भी जुड़े हैं.

तपोवन का सारा साल उपयोग सुनिश्चित हो: विक्रमादित्य सिंह- दूसरी बार शिमला ग्रामीण सीट से चुनाव जीते विक्रमादित्य सिंह ने सदन में कहा कि विधानसभा के तपोवन भवन का सारा साल उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को अध्यक्ष पद पर आसीन होने की बधाई देते हुए विक्रमादित्य सिंह ने ये बात कही. उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बीबीएल बुटेल भी यही चाहते थे कि तपोवन का केवल शीतकालीन सत्र के लिए ही इस्तेमाल न हो. (Vikramaditya Singh on Kuldeep Singh Pathania)

साल भर में केवल चंद दिनों के लिए ही इस विशाल भवन का सत्र के दौरान उपयोग होता है. कुछ ऐसा किया जाना चाहिए कि इस भवन का उपयोग हो सके. उल्लेखनीय है कि ये भवन पूर्व में वीरभद्र सिंह सरकार के समय में बना था. हिमाचल में वीरभद्र सिंह सरकार के समय फरवरी 2006 में तपोवन बना था. यहां विधानसभा का शीतकालीन सत्र आयोजित किया जाता है. वीरभद्र सिंह सरकार के समय ही धर्मशाला को हिमाचल की विंटर कैपिटल भी बनाया गया था. (Kuldeep Pathania 16th Speaker Himachal Assembly)

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