शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. 25 सितंबर तक चलने वाले सत्र में 7 बैठकें होंगी, इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी है. इसी कड़ी में आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें सदन को सुचारु रूप से चलाने के लिए विपक्ष से अपील की जाएगी. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि इस सत्र में कुल 743 सवाल आ चुके हैं, जिनमें से 70 फीसदी सवाल आपदा से जुड़े हुए हैं.
उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 743 प्रश्न आ चुके हैं. इसमें से 547 तारांकित और 196 अतारांकित प्रश्न आए हैं. जिनमें से अधिकतर ऑनलाइन हैं. नियम 62 के तहत एक, नियम 101 के तहत 2 सूचनाएं, नियम 130 के तहत 9 सूचनाएं, नियम, 102 के तहत एक और नियम 324 के तहत 1 सूचना प्राप्त हुई है. इस बार 70 फीसदी एजेंडा आपदा को लेकर आया है. उन्होंने कहा कि चर्चा में सभी को बोलने का मौका दिया जायेगा. उम्मीद है सत्र को सुचारु चलाने के लिए विपक्ष भी सहयोग करेगा.
पठानियां ने कहा इस बार जो सवाल आए हैं. उनके ज्यादातर प्रदेश में हाल ही में भारी वर्षा और प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न हुई स्थिति, सरकार द्वारा आपदा से निपटने के लिए किए गए प्रयास, सड़कों की दयनीय स्थिति, स्वीकृत सड़कों की डीपीआर, प्रदेश में महाविद्यालयों, स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों इत्यादि का अपग्रेडेशन एवं विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को भरने, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपूर्ति, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, बढ़ते अपराधिक मामलों व सौर ऊर्जा तथा परिवहन व्यवस्था पर आधारित है. इसके अतिरिक्त सदस्यों ने प्रश्नों के माध्यम से अपने- अपने निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित मुख्य मुद्दों को भी उजागर किया है.
कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा पिछले बजट सत्र में सदस्यों से 1215 सूचनाएं प्रश्नों के माध्यम से प्राप्त हुई थी. पिछले सत्र की कार्रवाई 75 घंटे चली थी. उसकी उत्पादकता 94 प्रतिशत रही थी. उन्होने कहा कि वे इस सत्र में और भी बेहतर उत्पादकता की अपेक्षा कर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश की चौदहवीं विधान सभा का 18 से 25 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा. इस सत्र में कुल 7 बैठकें आयोजित की जाएंगी. 23 सितंबर 2023 को शनिवार के दिन भी सत्र आयोजित किया जाएगा. जबकि 21 सितंबर का दिन गैर-सरकारी सदस्य कार्य दिवस निर्धारित किया गया है.
पठानिया ने कहा सत्र आयोजन के लिए विधान सभा सचिवालय तैयार है. मानसून सत्र के दृष्टिगत सुरक्षा प्रबंधों हेतु प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक हाल ही में आयोजित की गई थी, जिसमें डीजीपी सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. पाठनिया ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों से आग्रह किया कि वे जनहित से जुड़े मुद्दों को ही सदन में उठायें और हिमाचल प्रदेश विधान सभा की परंपराओं तथा गरिमा का सम्मान करते हुए नियमों की परिधि में रहकर जनहित से संबंधित विषयों पर सदन में सार्थक चर्चा करें और सत्र के संचालन में अपना रचनात्मक सहयोग दें.
उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र निर्बाध चलता रहे इसके लिए रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. जिसमें नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान तथा मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा शामिल होंगे.