शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है. मंगलवार को लाहौल स्पिति सहित प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहां बर्फबारी दर्ज की गई, वहीं शिमला शहर में भी जोरदार ओलावृष्टि हुई है. देखते ही देखते चंद मिनटों में रिज मैदान, शिमला की सड़कें और घरों की छत्ते ओलावृष्टि की सफेद चादर में लिपट गई. ओलों की सफेद चादर जमने के बाद सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है. सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है. जिससे कई जगह गाड़ियां स्किड हो रही हैं.
शहर की कई सड़के यातायात के ठप हो गई हैं. ढली बाईपास पर मिनी जेसीबी मशीन से ओलो को हटाया जा रहा है. शहर में हुई ओलावृष्टि से लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है. शिमला और आसपास के क्षेत्रों में ओलावृष्टि के किसानों की मटर, फूल गोभी सहित स्टोन फ्रूट और सेब की फसल को भी हल्का नुकसान हुआ है. मौसम विभाग द्वारा चंबा, लाहौल स्पीति, किन्नौर के कुछ क्षेत्रों में आज हल्की बर्फबारी और चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला के कुछ इलाकों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.
22 फरवरी से सभी भागों में मौसम साफ रहने की संभावना है. 25 फरवरी को फिर बारिश-बर्फबारी की संभावना है. मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है कि प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है. जबकि कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई है. प्रदेश में 22 फरवरी से मौसम साफ रहेगा.
ढली में लगा लंबा जाम: ओलावृष्टि के चलते शिमला में कई जगह गाड़ियों की आवाजाही प्रभावित हुई. ढली में भी मंगलवार शाम लंबा जाम लग गया. ऊपरी शिमला का मुख्य द्वार कहे जाने वाले ढली बैरियर से संजौली टनल और बाईपास तक लंबा जाम लग गया. जिसके चलते शिमला-कुफरी मार्ग पर गाड़ियां रेंगती नजर आई.
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