शिमला: हिमाचल में अबकी बार मानसून जानमाल को भारी क्षति पहुंचा रहा है. प्रदेश में अब तक मानसून की बारिश में 27 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 55 अन्य घायल हुए हैं. बारिश से प्रदेश में अब तक 242 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है, जिसमें सड़कों को 113.19 करोड़ की क्षति हुई है. जबकि जलशक्ति विभाग को 100.97 करोड़ का नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा निजी संपत्तियों को भी भारी नुकसान कई जगह हुआ है.
बारिश ने 27 लोगों की जान: हिमाचल में मानसून की बारिश ने कहर बरपा रखा है. प्रदेश में भारी बारिश से कई लोगों और पशुओं को जान गंवानी पड़ी है. बारिश में अब तक 27 लोगों की जानें गई हैं. इनमें शिमला जिला में सबसे अधिक 8 लोगों की मौत हुई है. चंबा जिला में 5 लोगों की जबकि हमीरपुर और कुल्लू में 3-3 लोगों की मौत हुई है. मंडी और सोलन में 2-2 लोगों की मौत हुई है. इनके अलावा कांगड़ा, किन्नौर, सिरमौर और ऊना में भी एक-एक लोगों की जान गई हैं. इसके अलावा अब तक 55 लोग भी घायल हुए हैं. जबकि 353 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत भी बारिश में हुई है.
₹242 करोड़ से अधिक का नुकसान: प्रदेश में अब तक बारिश से ₹242.54 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसमें सबसे अधिक 113.19 करोड़ का नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है. लोक निर्माण विभाग के मंडी जोन के तहत 38.57 करोड़ का नुकसान आंका गया है. जबकि हमीरपुर जोन के तहत 38.16 करोड़ का नुकसान हुआ है. शिमला जोन के तहत सड़कों को 16.01 करोड़ का, जबकि कांगडा जोन के तहत 16.13 करोड़ से अधिक की क्षति सड़कों को पहुची है. इनके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग को करीब 4.29 करोड़ का नुकसान बारिश से हुआ है.
प्रदेश में 60 सड़कें बाधित: वहीं प्रदेश में अभी भी 60 सड़क मार्ग बाधित हैं, जो ग्रामीण इलाकों में हैं. सबसे ज्यादा 34 सड़कें लोक निर्माण विभाग के मंडी जोन के तहत बंद पड़ी हुई हैं. शिमला जोन के तहत भी 12 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं. इसके अलावा कांगड़ा जोन के तहत 5 सड़कें और हमीरपुर जोन के तहत 9 सड़कें अभी भी बाधित हुई हैं. विभाग के मुताबिक प्रदेश में बारिश से सड़कों को बहाल करने के लिए 25 जेसीबी और 84 डोजर सहित 141 मशीनें तैनात की गई हैं.
जल शक्ति विभाग को नुकसान: प्रदेश में भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को भी भारी क्षति हुई है. विभाग को 100.97 करोड़ का नुकसान इस बारिश में अब तक हो चुका है. विभाग की 1635 परियोजनाएं भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई है. इनमें 1318 पेयजल से संबधित परियोजनाएं है. हालांकि, विभाग ने अब तक 1313 परियोजनाएं बहाल कर दी हैं. इसके बाद भी 5 परियोजनाएं बंद पड़ी हुई हैं. इसके अलावा सिंचाई की भी 284 परियोजनाएं, सीवरेज की 23 व 10 अन्य परियोजनाओं को भी बारिश से नुकसान पहुंचा हैं.
बारिश से कई मकान क्षतिग्रस्त: हिमाचल में हुई भारी बारिश से रिहायशी व अन्य आवासों को भी क्षति पहुंची है. मानसून की बारिश में अब तक 48 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 6 मकान पूरी तरह से और 42 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनके अलावा 2 दुकानें भी क्षतिग्रस्त हुई है. भारी बारिश से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 22 गौशालाएं भी ढह गई हैं.
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