शिमला: इस बार मानसून सीजन हिमाचल प्रदेश के लिए आफत लेकर आया है. लगातार हो रही बारिश से अब तक 216 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, सड़कों, पुलों और जल परियोजनाओं सहित लोगों की निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है. प्रदेश में मानसून की बारिश से नुकसान का आंकड़ा ₹6700 करोड़ से पार पहुंच गया है. इसमें अकेले लोक निर्माण विभाग को ₹2100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है. प्रदेश में बंद पड़ी सड़कों को बहाल करने का काम जारी है, अभी भी प्रदेश में 211 सड़कें बंद हैं.
PWD को सबसे ज्यादा नुकसान: प्रदेश को अब तक मानसून से ₹6703 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसमें लोक निर्माण विभाग को सबसे ज्यादा ₹2103 करोड़ का नुकसान हुआ है. सैकड़ों सड़कों के साथ करीब 90 पुलों को भी क्षति पहुंची है. जबकि 19 पुल बह गए. लोक निर्माण विभाग बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों की बहाली का काम रहा है, लेकिन अभी भी प्रदेश में 211 सड़कें बंद हैं. इनमें 101 सड़कें लोक निर्माण विभाग शिमला जोन के तहत बंद हैं. जबकि मंडी जोन के तहत 79 बंद हैं. कांगड़ा जोन में 24 और हमीरपुर जोन के तहत 6 सड़कें बंद हो गई हैं. सड़कें बंद होने से इन पर लोगों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं.
जल शक्ति विभाग को भारी क्षति: मानसून में हो रही भारी बारिश से बड़ी संख्या में जल परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं. जल शक्ति विभाग की करीब 15,389 परियोजनाओं को मानसून में क्षति पहुंची है. इनमें 7829 पेयजल परियोजनाएं हैं, जिनमें से करीब 7776 परियोजनाएं अस्थाई तौर पर बहाल कर दी गई हैं. परियोजनाएं बंद होने से प्रदेश में कई जगह लोगों को पानी की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पीने के पानी के अलावा सिंचाई की 2074 परियोजनाएं, फ्लड कंट्रोल की 198 व सीवरेज की 122 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. इसके अलावा करीब 5166 हैंडपंप भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को करीब अब तक 1629 करोड़ का नुकसान आंका गया है.
कृषि और बिजली बोर्ड को करोड़ों का नुकसान: इसके अलावा प्रदेश बिजली बोर्ड को भी करीब 1505 करोड़, कृषि को करीब 167 करोड़ और बागवानी को करीब 144 करोड़ का नुकसान हुआ है. ग्रामीण विकास विभाग को 369 करोड़, शिक्षा विभाग को 118 को नुकसान हुआ है. स्वास्थ्य विभाग को 44 करोड़ और अन्य विभागों को 82 करोड़ का नुकसान आंका गया है.
8491 मकान और 2492 गौशाला क्षतिग्रस्त: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से बड़ी संख्या में रिहायशी और अन्य भवन भूस्खलन व फ्लड की चपेट में आ गए हैं. प्रदेश के विभिन्न जिलों में अब तक 8491 परिवारों के आशियाने बारिश से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 888 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा 265 दुकानें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. 2492 से ज्यादा गौशालाएं भी बारिश में ढह गईं. बारिश से संबंधित हादसों में 216 से ज्यादा लोगों की मौत, जबकि 248 अन्य जख्मी भी हुए हैं.