शिमला: हिमाचल में मानसून सीजन में हो रही लगातार भारी बारिश से जानमाल को भारी क्षति हुई है. भारी बारिश से सड़कों, बिजली, पेयजल सहित अन्य परियोजनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है. शुरआती मानसून सीजन से अब तक प्रदेश में भारी बारिश से 41 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, प्रदेश में अब तक ₹319 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है. बारिश में 353 भेड़-बकरियों और पशुओं की जानें भी गई हैं.
बारिश से ₹319 करोड़ का नुकसान: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बारिश कहर बरपा रही है. भारी बारिश से अब तक ₹319 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. प्रदेश में सरकारी संपत्तियों को भारी क्षति हुई है. राज्य में सबसे अधिक ₹162.52 करोड़ का नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है. बारिश से सड़कों और पुलों और अन्य संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है.
हिमाचल प्रदेश की 59 सड़कें बंद: वहीं बारिश सड़कों के बंद होने का सिलसिला भी जारी है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 59 सड़कें बारिश के बाद आए भूस्खलन से बाधित हो गई हैं. इनमें सबसे अधिक 30 सड़कें लोक निर्माण विभाग के शिमला जोन के तहत हैं. मंडी जोन के तहत भी 5 सड़कें बंद हुई हैं. कांगड़ा जोन के तहत 15 सड़कें और हमीरपुर जोन के तहत 9 सड़कें अभी भी बंद हैं.
जल शक्ति विभाग को ₹125 करोड़ का नुकसान: भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को भी काफी क्षति हुई है. विभाग को ₹125.31 करोड़ का नुकसान अभी तक हो चुका है. जल शक्ति विभाग की 1996 परियोजनाएं बारिश से क्षतिग्रस्त हुई है, जिनमें 1660 पेयजल परियोजनाएं है. विभाग ने इन पेयजल परियोजनाओं को अस्थाई तौर पर बहाल कर दिया हैं. इसके अलावा 299 सिंचाई परियोजनाएं, 27 सीवरेज व 10 अन्य परियोजनाओं को भी क्षति बारिश में हुई है, जिनको इनको दुरुस्त किया जा रहा है.
कृषि और बागवानी को भी नुकसान: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने जानमाल के साथ कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचाया है. बारिश से करीब 26 करोड़ के सेब व अन्य फल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. बिजली बोर्ड को भी करीब 92 लाख का नुकसान आंका गया है. इसके अलावा शहरी विकास विभाग को भी 38 लाख को नुकसान बारिश में हुआ है.
41 लोगों की मौत, 74 घायल: मानसून की बारिश से अब तक प्रदेश में 41 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें शिमला जिला में 11 लोगों की मौत हुई है. चंबा जिला में 7 लोगों की, जबकि कुल्लू में 6 लोगों की मौत हुई है. हमीरपुर में 5 लोगों और सोलन में 3 लोगों की मौत बरसात में हुई है. ऊना, मंडी और सिरमौर में 2-2 लोगों की मौत हुई है. जबकि बिलासपुर, कांगड़ा और किन्नौर एक-एक लोगों की मौत हुई हैं. इसके अलावा अब तक 74 लोग भी घायल हुए हैं. वहीं, 353 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत भी बरसात में हुई है.
57 मकान और 28 गौशालाएं क्षतिग्रस्त: प्रदेश में भारी बारिश से घरों और गौशालाओं को भी क्षति पहुंची है. प्रदेश में अब तक 57 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 7 मकान पूरी तरह से और 50 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा 7 दुकानों को भी बारिश से क्षति हुई है. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 28 गौशालाएं भी भारी बारिश में क्षतिग्रस्त हुई है.
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